जिन्दगी में कामयाबी हासिल करने के लिए निम्नलिखित 5 कदम से होकर गुजरना पड़ता है –
- जरुरत और सपने
- उद्देश्य
- योजना
- विश्वास
- कर्म
जरूरत और सपने:
यह जीवन का सबसे बड़ा रहस्य है कि “क्या बात है कि कुछ लोगो को सफलता बहुत आसानी से मिल जाती है, जबकि कई लोगो को काफी मेहनत के बाद भी नहीं मिलती.”सच्चाई तो यह है कि हर कामयाब व्यक्ति में कुछ न कुछ विशेष गुण व योग्यता होती हैl मगर उससे भी खास बात यह होती है कि वे एक अच्छे सपने देखने वाले होते है उनके जीवन की तमाम इच्छाए उनके सपनो के साथ जुडी होती है। कोई भी चीज तब तक नहीं मिल पाती, जब तक कि उसके बारे में एक विचार न जन्म ले, जब तक कि किसी के मन में उस चीज को लेकर कोई सपने न जन्म लेl सपने भविष्य का आइना होते है। हर कामयाब व्यक्ति के मन में अपने जीवन को बेहतर बनाने के कुछ सपने होते है। एक बेहतर भविष्य कि उम्मीदे होती है। उनके मन में कुछ न कुछ पहले से आभास भी होता है। और वे उस दिशा में सब कुछ करते है। जैसे-जैसे उनकी हिम्मत, उनकी इच्छा शक्ति मजबूत होती जाती है। इच्छा शक्ति किसी भी सपने के साकार होने में हौंसला बढानें का काम करती है। आपकी इच्छा शक्ति आपको सपने देखने को उकसाती है। फिर जैसे जैसे आपके अंदर सपने विकसित होते जाते है तो आपके मन में जीवन और भविष्य कि एक साफ़ तस्वीर उभरनी शुरू हो जाती है। फिर आप इस दिशा में सोचना चालू करते है, कि किस तरह उन सपनो को साकार किया जाये। लोगो के सपनो को हम प्राय: इनके जीवन कि उदेश्य या “क्यों” मानते है। किसी भी लक्ष्य कि पाने कि लिए ‘कैसे’ का तो तब सवाल ही नहीं उठता, जब तक कि आदमी के मन में एक मजबूत ‘क्यों’ न हो। इसलिए एक सफल व्यक्ति बनने के लिए मजबूत इच्छाशक्ति तथा सपनों (‘क्यों’) की जरुरत होती है।
लक्ष्य:
आपका जैसा उदेश्य होगा, आपके दिमाग में उसी तरह का खाका होगा, उसी तरह की तस्वीर होगी (“क्यों’’) अपने ‘लक्ष्य’ को पाने के लिए जरुरी है कि व्यक्ति के इरादे मजबूत हो और उसके मन में कुछ स्पष्ट सपने हो तथा उन्हें पाने की एक निश्चित तरीख होl हर कामयाब व्यक्ति हमेशा लक्ष्य निर्धारित करके लक्ष्यों के आधार पर जिंदगी में आगे बढता है। एसे व्यक्ति मुस्तैदी के साथ अपने लम्बे तथा कम समय में प्राप्त किये जाने वाले लक्ष्यों का निर्धारण एव पुनःनिर्धारण करते है। उनके पास काम करने का अपना एक समयकर्म होता है। वे अपने लक्ष्यों को लिख लेते है और उन्हें हर वक्त अपने सामने रखते है। जैसे तस्वीर की शक्ल में, शीशे के ऊपर अथवा फ्रिज पर चिपका देते है ताकि हर वक्त उनका उदेश्य उनकी आँखों के सामने हो और उनके दिमाग में हर वक्त बना रहे।
योजना:
प्लान बनाने से पहले सपने और ‘लक्ष्य’ दो खास चरण होते है. जिन पर आदमी को सबसे पहले मजबूत होना पड़ता है। लेकिन बिना योजना के केवल सपने देखना एक प्रकार से खयाली पुलाव होता है। कोई भी गोल तब तक नहीं पाया जा सकता जब तक कि एक पक्की सुनिश्चित कार्य योजना न बना ली जाये सफलता के लिए पक्की कार्य योजना और timeline का होना बहुत जरुरी है कोई भी व्यक्ति नाकामयाब तभी होता है जब उसकी योजना नाकामयाब हो जाती है आदमी तब तक नाकामयाब नहीं हो सकता जब तक की उसकी योजना दुरुस्त है। विशेषज्ञो का कहना है कि हम अपना भविष्य बनाने की अपेक्षा अपनी छुट्टियां बिताने के लिय कहीं ज्यादा प्लानिंग करते है। कामयाबी के लिए योजनाओ का पक्का इरादा होना सबसे खास सूत्र हैl जब तक आपको यह मालूम नहीं होगा कि आपको कहा जाना है या कहानी पहुचना है तब तक आपका सफ़र खत्म नहीं होगा। आप यु ही भटकते रहेगे। इस तरह हर लक्ष्य तक पहुचने के लिया योजनाओ का तय होना बहुत जरुरी है है। हमारे धार्मिक गुरुओ का कहना है कि हम जो प्रार्थना करते है या जो ईश्वर से मांगते है वह इसलिए नहीं होता है कि वह चीज हमें एकदम से मिल जाए, बल्कि वह इसलिय होता है कि ईश्वर हमे उस चीज को पाने के लिए उर्जा दे, शक्ति दे, विचार दे, योजनाए दे, जिससे हमें वह चीज हासिल करने में सक्षम हो सकें।
विश्वास:
कहते है कि असफलता का जो सबसे कठिन हिस्सा होता वह यह है कि आपको अपने पर कितना विश्वास है कि आप अपने काम में सफल होंगे ही. जब तक आपको अपने पर भरोसा नहीं होगा आप सफल ही नहीं हो पायेगे, बिना इसके आप ठीक से कोशिश नहीं कर सकते।
डॉक्टर डेविड श्वार्ट्स अपनी पुस्तक “The Magic of Thinking Big” में कहते है कि “कामयाब तो हर आदमी होना चाहता है। इसी तरह कामयाबी के बारे में सबसे खास बात बाइबिल में कही गई है कि विश्वास से तो पहाड़ को भी हिलाया जा सकता है। आपने अगर अपने अंदर आत्मविश्वास पैदा कर लिया तो समझ लीजिये कि आप जीत गए। आत्मविश्वास से किसी भी काम को करने और उस तक पहुचने कि एक साफ़ तस्वीर उभर के सामने आने लगती है। आत्मविश्वास से कामयाबी के प्रति मन में भरोसा पैदा होता है।
हर कामयाब व्यक्ति अपने जीवन में कामयाब होने के लिए आत्मविश्वास को जरुरी चीज मानता है. एमवे (Amway) कारपोरेशन के अध्यक्ष रिच डिवोस ने अपनी पुस्तक “बिलीव” में लिखा है कि जिन लोगो के लक्ष्य बहुत छोटे होते है वे जीवन में कुछ भी हासिल नहीं कर पाते है। जिंदगी इस ढंग से नहीं चलतीl मैं समझता हूँ कि जीवन में कुछ पाने के लिए जो सबसे खास बात है वह यह है कि आदमी के अंदर यह विश्वास होना चाहिए कि मैं कर सकता हूँ।
यह बहुत ही शक्तिशाली वाक्य है आदमी ‘जो पाना चाहता है’ और ‘क्या वह उसके लिए मुमकिन है’, इन दोनों बातो में बहुत फासला होता है लेकिन सबसे पहले उसके अंदर यह विश्वास होना चाहिए ‘वह कर सकता है’। जब तक आपके अंदर यह विश्वास पैदा नहीं होगा कि आप यह कर सकते है तब तक आप उस काम को करने के लिए आगे बढ़ नहीं सकते – इसलिए सबसे पहले अपने भीतर भरोसा पैदा कीजिए।
कर्म:
किसी भी चीज को पाने के लिए तमाम इच्छाएं, सपने, योजनाएं, प्रार्थनाए तथा विश्वास तब तक कामयाब नहीं हो सकते जब तक की उसके लिए कार्यरत न हो जाए, एक्शन सफलता कि पांचवी सीढी है। जीवन में आगे बढने के लिए कोशिश जरुरी है। हर सक्षम और सफल व्यक्ति के पास इस सवाल का जवाब होता है कि “क्या मैं अपने सपनो के प्रति गंभीर हूँ? और क्या अपने लक्ष्यों के प्रति कार्य करने को तैयार हूँ? अपने सपनो को साकार करने के लिए एक मजबूत और सही कोशिश जरुरी होती है। आपके पास काम करने कि एक योजना होनी चाहिए। और योजना एसी होनी चाहिए, जो आपके सपनो और लक्ष्यों को पूरा कर पाने में मददगार साबित हो सके। आपको यह निश्चित करना होगा कि आप जो कार्य करने जा रहे है वह ‘क्यों’ करने जा रहे है और आप उसके लिए कितने गंभीर है?”।