Poems In Hindi 2 | कविताएँ | हिन्दी बाल-कविताएँ – हम यहाँ पर हिन्दी साहित्य के समुद्र की अंतहीन गहराइयों से चुनी कुछ मधुर रचनाएँ / कविता / बालगीत / दोहे / हास्य व्यंग्य इत्यादि का अनूठा संग्रह प्रस्तुत कर रहे है। आप भी इस संग्रह के विकास में हाथ बंटा सकते हैं।
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अ आ इ ई उ ऊ: Poems In Hindi 2
- आरक्षण की तलवार: रुपेश कुमार
- आई होली – प्रभा पारीक
- अब तुम रूठो – गोपाल दास नीरज
- अधर-अधर पर हो मुस्कानें – डॉ. मंजरी शुक्ला
- आई अब की साल दिवाली मुँह पर अपने खून मले – कैफ़ी आज़मी
- अमंगल आचरण – काका हाथरसी
- आँख – सूर्यकुमार पांडेय
- आधा है चंद्रमा रात आधी – भरत व्यास
- ईद मुबारक – केदारनाथ अग्रवाल
- आदमी की औकात – व्हाट्सएप
- आई होली – जितेश कुमार
- अपराध – नसीम अख्तर
- आ भी जा – निदा फाज़ली
- अहतियात
- अहिल्याबाई होल्कर – डा. हरीशचंद्र झंडई
- अशफाक उल्ला खां – डा. हरीशचंद्र झंडई
- अध्यापक – रामप्रसाद शर्मा ‘प्रसाद’
- इस होली में – डॉ देशबंधु ‘शाहजहांपुरी’
- NRI अनिवासी भारतीयों पर हास्य कविता
- अब कहाँ – संजय शर्मा
- आत्मबल – सम्पदा
- आज की पीढ़ी – संजना
- आ लौट के आजा मेरे मीत – भरत व्यास
- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस – अंकित जैसवाल
- आओ तुम्हें बताऊ के माँ क्या हैं – कैफ़ी आज़मी
- अकाल और उसके बाद – नागार्जुन
- उग आया है चाँँद – नरेंद्र शर्मा
- इतने ऊँचे उठो – द्वारिका प्रसाद महेश्वरी
- इसी देश में – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
- इनकम टैक्स पर कविता: ये कहाँ आ गए हम
- और भी दूँ – रामावतार त्यागी
ए ऐ ओ औ अं
- एक तेरा साथ हम को दो जहां से प्यारा है – मजरुह सुलतानपुरी
- एक चाय की चुस्की
- ए माँ तू कहाँ – कवि प्रदीप
- ऐ मेरे प्यारे वतन, ऐ मेरे बिछडे चमन: सलील चौधरी
क ख ग घ ङ
- काका हाथरसी के दोहे
- कोरोना: Chinese वायरस कोरोना
- गया साल – राजीव कृष्ण सक्सेना
- कितनी बड़ी विवशता – सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
- कुछ बनो – गुर सिमरन सिंह
- गोविंदा आला रे आला – राजिंदर कृष्ण
- कलाम का कमाल – एक श्रदधांजलि – सुजाता भट्टाचार्या
- पैसे कि सीमा – करन चीब
- खण्डकाव्य चंद्रशेखर आजाद कुछ चुनिंदा अंश: श्रीकृष्ण सरल
- खुशियों के त्यौहार – संजीव वर्मा “सलिल”
- काका और मच्छर – काका हाथरसी
- गाय (भारत–भारती से) – मैथिली शरण गुप्त
- कुटी चली परदेस कमाने – शैलेंद्र सिंह
- कल और आज – नागार्जुन
- किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाये – निदा फ़ाजली
- कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता – निदा फ़ाज़ली
- कुँआरी मुटठी
- कांच का खिलौना
- क्या करूँ अब क्या करूँ
- गणपती बाप्पा मोरया – हरीहरन
- कुछ ऐसा खेल रचो साथी – गोपाल सिंह नेपाली
- क्रिकेट – ओम प्रकाश बजाज
- कर चले हम फ़िदा – कैफी आज़मी
- काला चश्मा – बरसाने लाल चतुर्वेदी
- खड़ा हिमालय बता रहा है – सोहनलाल द्विवेदी
- कानाफूसी – राम विलास शर्मा
- कौन गाता जा रहा है – विद्यावती कोकिल
- कुछ मैं कहूं कुछ तुम कहो – रमानाथ अवस्थी
- कब बरसेगा पानी – बेकल उत्साही
- कोई और छाँव देखेंगे
- गोरा – बादल: पंडित नरेंद्र मिश्र
- कैसे भेंट तुम्हारी ले लूँ: हरिवंश राय बच्चन
- कलियुगी रामलीला : शास्त्री नित्यगोपाल कटारे
- कोयल : राम प्रसाद शर्मा ‘प्रसाद’
- क्या दिक्कत है? हिन्दी भाषा को अपने रोज़मर्रा के जीवन में इस्तेमाल करें
च छ ज झ ञ
- चंदा है तू, मेरा सूरज है तू : आनंद बक्षी
- चंद्रशेखर आजाद : सुशील कुमार शर्मा
- जय आद्य शक्ति माँ आरती Jai Aadya Shakti Ma Aarti
- जनम जनम का साथ है निभाने को : हसरत जयपुरी
- चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है : नरेन्द्र चंचल
- जय माता दी बोल : देव कोहली
- चंचल शीतल निर्मल कोमल : आनंद बख़्शी
- जिंदगी : रंजुला शर्मा
- जरा सोचें : नितिन शर्मा
- ज्योत से ज्योत जगाते चलो – भरत व्यास
- जश्ने ईद मनाऊँ कैसे – सुरेन्द्र कुमार ‘अभिन्न’
- जागो देश वासियों – आद्विक मिश्रा
- जागे हुए मिले हैं कभी सो रहे हैं हम – निदा फ़ाजली
- जीवन के रेतीले तट पर – अजित शुकदेव
- जहाँ मैं हूँ
- जसोदा हरि पालने झूलावे
- जिंदगी
- चुप सी लगी है – नीलकमल
- झिलमिल सितारों का आंगन होगा – आनंद बक्षी
- जय आद्य शक्ति – अनुराधा पौडवाल
- जय अम्बे गौरी मैया – अनूप जलोठा
- झुक नहीं सकते – अटलबिहारी वाजपेयी
- जनसंख्या – भूपेन्द्र जायसवाल
- ज़रा सामने तो आओ छलिये – भरत व्यास
- जब मैं घर जाती हूँ – उषा रावत
- चलो चलें माँ – कवि प्रदीप
- जिस तट पर – बुद्धिसेन शर्मा
- झर गये पात – बालकवि बैरागी
- जैसे तुम सोच रहे
- जीवन का दाँव
- झंडा ऊँचा रहे हमारा
- छोटी कक्षा के विद्यार्थियों के लिए बाल-कविताएँ [Collection]
ट ठ ड ढ ण
- टुकड़ा टुकड़ा जिंदगी : वंदना गोयल
- डस्टबिन : डॉ. मंजरी शुक्ला
त थ द ध न: Poems In Hindi 2
- तिरंगा प्यारा!: डा. राज सिंह
- नारी तुझे सलाम
- नेताजी का तुलादान – गोपाल प्रसाद व्यास
- नाम उसका राम होगा – श्याम नारायण पाण्डेय
- नोट बंदी – संजय शर्मा
- तब रोक न पाया मैं आँसू – हरिवंश राय बच्चन
- दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ – महेंद्र कपूर
- देवा श्री गणेशा – अजय गोगावले
- नमाज याद रखना – बसंत लाल दास
- दयालु कौन
- तू तुम आप – ओमप्रकाश बजाज
- तुम कितनी सुंदर लगती हो – धर्मवीर भारती
- नाश देवता – गजानन माधव मुक्तिबोध
- नदी के पार से मुझको बुलाओ मत – राजनारायण बिसारिया
- ताला-चाबी – ओमप्रकाश बजाज
- नखरे सलाई के – दिनेश प्रभात
- नशा है एक बुराई – रामप्रसाद शर्मा ‘प्रसाद’
- दादा और दादी जी : कृतिका शर्मा [13/08/2023]
- दिल-ए-नादां तुझे हुआ क्या है – मिर्जा गालिब
- दुनिया रंग-बिरंगी – डॉ फहीम अहमद
- निदा फाजली के दोहे 2
- देवानंद और प्रेमनाथ – शैल चतुर्वेदी
- तुझे सूरज कहूँ या चंदा, तुझे दीप कहूँ या तारा – प्रेम धवन
- दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया – हरी ॐ शरण
- दशहरा पर कविता – गोविन्द भारद्वाज [23/10/2023]
- तुने मुझे बुलाया शेरावालिये – नरेन्द्र चंचल
- तेरे जैसा यार कहाँ – कहाँ ऐसा याराना – अंजान
- नीड़ का निर्माण फिर फिर – हरिवंशराय बच्चन
- ध्यान और योग – रजनीश माँगा
- तुम और मैंः दो आयाम – रामदरश मिश्र
- तनखा दे दो बाबूजी – कविता “किरण”
- नेताओं का चरित्र – माणिक वर्मा
- तेरी याद – बलविंदर ‘बालम’
- नन्हा पौधा – वेंकटेश चन्द्र पाण्डेय
- नदी सा बहता हुआ दिन – सत्यनारायण
- नया तरीका – नागार्जुन
प फ ब भ म: Poems In Hindi 2
- पास हुए हम – रामवचन सिंह
- प्रभुदयाल श्रीवास्तव की प्रसिद्ध बाल-कविताएँ [Collection]
- पेड़ सदा शिक्षा देता है – शिक्षाप्रद हिंदी कविता – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
- पहली नारी – महिला दिवस पर कविता
- प्रिये – एक पौरोडी – बेढब बनारसी
- माँ लक्ष्मी जी की आरती Maa Lakshmi Aarti
- भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे – नरेन्द्र चंचल
- प्यारा सजा है तेरा द्वार भवानी – लखबीर सिंह ‘लखा’
- पार करो मेरा बेडा भवानी – आशा भोंसले
- मेरे नगपति! मेरे विशाल! – रामधारी सिंह दिनकर
- भर दो झोली मेरी या मुहम्मद – कौसर मुनीर
- मोरया रे – शंकर महादेवन
- मेरो तो गिरधर गोपाल – मीरा बाई
- मच गया शोर सारी नगरी रे – खुद्दार
- मेरे दुश्मन तू मेरी दोस्ती को तरसे – आनंद बक्षी
- बहारें आएँगी, होंठों पे फूल खिलेंगे – गोपाल सिंह नेपाली
- पीने का बहाना – हुल्लड़ मुरादाबादी
- पॉलीथीन – लवलीन कौर
- भूल कर भी – अोम प्रकाश बजाज
- बड़ा नटखट है रे कृष्ण कन्हैया – आनंद बक्षी
- बाप की जगह माँ ले सकती है – आनंद बक्षी
- मधु की रात – चिरंजीत
- मेरी कविता – तमन्ना भसीन
- बचपन – वंश
- बचपन ही अच्छा था: WhatsApp कविता
- बिल्ली मौसी – सूर्यकुमार पांडेय
- मैं बल्ब और तू ट्यूब सखी – बाल कृष्ण गर्ग
- मनुष हौं तो वही रसखान
- मंहगा पड़ा मायके जाना – राकेश खण्डेलवाल
- मीत तुम्हारी वो बातें – डॉक्टर पारुल तोमर
- प्यार की बात करो – शंभु शरण मंडल
- मांझी न बजाओ बंशी – केदार नाथ अग्रवाल
- मुस्कान – राम प्रसाद शर्मा
- मातृभाषा – राम प्रसाद शर्मा ‘प्रसाद’
- माँ से दूर
- पगडंडी
- मै फिर अकेला रह गया
- मेरा उसका परिचय इतना
- पड़ोस
- फूल और कली
- पिता
- मुझे अकेला ही रहने दो
- पन्ना दाई
- मीडिया की सच्चाई: सलीम खान
- मिल गया भ्रष्टाचार: शैल चतुर्वेदी
- बादल : राम प्रसाद शर्मा
- मैं नारी – अंतरराष्ट्रीय नारी दिवस पर एक कविता
- भारत गुण–गौरव – शमशेर बहादुर सिंह
- प्रसिद्धि प्रसंग – काका हाथरसी
- मेरा परिचय – अटल बिहारी वाजपेई
- बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैया – लखबीर सिंह ‘लखा’
- भक्तों को दर्शन दे गयी एक छोटी सी कन्या – नरेन्द्र चंचल
- माँ तेरी ममता कितनी प्यारी – पंडित फानी
- माँ जय आध्य शक्ति – महेंद्र कपूर
- बाप का कंधा – WhatsApp से ली गयी
- बम बम बोले मस्ती में डोले – प्रसून जोशी
- बने चाहे दुश्मन ज़माना हमारा – आनंद बक्षी
- बड़ा दिन – राम प्रसाद शर्मा ‘प्रसाद’
- मेरी नींद नहीं खुल पाती – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
- मैं ही हूं – राजीव कृष्ण सक्सेना
- बजट – ओम प्रकाश बजाज
- बच्चे अच्छे लगते हैं – ओम प्रकाश बजाज
- परिवर्तन – ठाकुर गोपालशरण सिंह
- पानी रे पानी तेरा रंग कैसा – संतोष आनंद
- पानी – ओमप्रकाश बजाज
- पहली कोशिश – राज नारायण बिसारिया
- मेरी माँ – प्रभगुन सिंह
- पढ़ लो, भाई! – रिद्धी शर्मा
- बुलाय गई राधा प्यारी – अल्हड़ बीकानेरी
- मैं सबको आशीश कहूंगा – नरेंद्र दीपक
- मंजिल दूर नहीं है – रामधारी सिंह दिनकर
- बहुत मुसकराई होगी – राजीव रोहित
- माता की मृत्यु पर – प्रभाकर माचवे
- पीहर का बिरवा – अमरनाथ श्रीवास्तव
- मेरा खरापन शेष है – सूर्यकुमार पांडेय
- मेहंदी लगाया करो
- परखना मत
- भागे लेकर बल्ला
- पुराने पत्र
- परदेसी को पत्र
- माँ – ओम व्यास ओम
- मजा ही कुछ और है
- माँ – श्रेया गौर
- माहिष्मती साम्राज्यम्: बाहुबली गान – मनोज मुन्ताशिर
- माँ तुझे सलाम – वन्दे मातरम् – महबूब ख़ान
- मैं और मेरा मोटापा अक्सर ये बातें करते हैं
- भई भाषण दो: गोपाल प्रसाद व्यास
- मैं… पापा की लाडली : डा. पूजा कपूर
- मोटापा : रामप्रसाद शर्मा ‘प्रसाद’
- मां का जादू टोना – डा. मेघा अग्रवाल
य र ल व: Poems In Hindi
- विश्व–सुंदरी – गोपाल सिंह नेपाली
- वो था सुभाष – रोहित कुमार ‘हैप्पी’
- राम सिया राम – रविन्द्र जैन
- वर्षा रानी – अद्विक मिश्रा
- रुक जाना नहीं तू कहीं हार के – मजरुह सुलतानपुरी
- रॉक ऑन – जावेद अख्तर
- राम–भरत मिलन – महादेवी वर्मा
- रक्तदान है महादान – अंकित चमन भंडारी
- रक्षा बंधन – अन्वेषा साईं
- रवीन्द्रनाथ टैगोर की लोकप्रिय कविताओं का हिंदी अनुवाद
- रवीन्द्रनाथ टैगोर की प्रसिद्ध कविताओं का हिंदी अनुवाद
- लो वही हुआ – दिनेश सिंह
- लोकतंत्र
- लगाव
- वर्षा के मेघ कटे – गोपी कृष्ण ‘गोपेश’
- रामचन्द्रजी की आरती
- यहाँ वहाँ जहाँ तहाँ, मत पूछो कहाँ-कहाँ है सँतोषी माँ – कवी प्रदीप
- युवा शक्ति – सुजाता भटाचार्य
- योग का महत्व – रामप्रसाद शर्मा ‘प्रसाद’
- योग पर आधारित हिंदी कविता संग्रह [Collection]
- ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे – आनंद बक्षी
- यह दिल खोल तुम्हारा हँसना – गोपाल सिंह नेपाली
- वेदना – बेढब बनारसी
- रमजान का महिना – महेश कुमार वर्मा
- राष्ट्र की रपट – आचार्य भगवत दूबे
- राम रतन धन पायो
- लजीली रात आई है – चिरंजीत
- विद्यालय मैगजीन से हिंदी बाल-कविताएँ
- वीर सिपाही – गोविन्द भारद्वाज
श ष स ह: Poems In Hindi 2
- हैं सुभाष चन्द्र बोस अमर – हरजीत निषाद
- हद हो गई शैतानी की – नटखट बच्चों की बाल-कविता – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
- सुभाष चन्द्र बोस – गोपाल प्रसाद व्यास
- सूर्य–सा मत छोड़ जाना – निर्मला जोशी
- है तो है – दीप्ति मिश्रा
- समय – रेनिल जॉन जैकब
- सूरज दादा: गोविंद भारद्वाज
- हे री मैं तो प्रेम दिवानी – मीरा बाई
- सारे के सारे गामा को लेकर गाते चले – गुलज़ार
- सवेरा और जीवन – गीता चंद्रा
- सोच रहा हूँ – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
- सयानी बिटिया: अशोक अंजुम
- हो गई है पीर पर्वत सी – दुष्यंत कुमार
- हौंसले – रेखा चंद्रा
- हम आजाद हैं – केदारनाथ ‘सविता’
- समोसा – ओम प्रकाश बजाज
- सिंधु में ज्वार
- सर्प क्यों इतने चकित हो: प्रसुन जोशी
- शेर अली आफ़रीदी – डा. हरीशचंद्र झंडई
- शिवा-बावनी – कवि भूषण
- संसार – महादेवी वर्मा
- हाथ बटाओ – निदा फ़ाजली
- हे नाम रे, सबसे बड़ा तेरा नाम, ओ शेरोंवाली – मुहम्मद रफ़ी और आशा भोंसले
- साधो ये मुरदों का गाँव – संत कबीर
- शोर – गीता चंद्रा
- हाथी दादा – रामानुज त्रिपाठी
- हम कबीर के वंशज चुप कैसे रहते – कुमार विश्वास
- हौसले तेरे हैं बुलंद – आर पी मिश्रा ‘परिमल’
- संयुक्त परिवार
- हरी तुम हरो जन की भीर
- शरद की हवा – गिरिधर गोपाल
- स्कूल मैगज़ीन से ली गयी बाल-कविताएँ
- हिंदूवादी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वीर रस कविता
- हर घर तिरंगा : आजादी का अमृत महोत्सव
- समय का मोल : रामप्रसाद शर्मा ‘प्रसाद’
क्ष त्र ज्ञ ऋ ॠ ऑ श्र अः Poems In Hindi 2
- श्रम करने पर रुपये मिलते – प्रभुदयाल श्रीवास्तव
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