ऐ सुबह आ भी जा
रात को कर विदा
दिलरुबा आ भी जा
मेरे, मेरे दिल के, पागलपन की और सीमा क्या है
यूँ तो तू है मेरी, छाया तुझमें और तेरा क्या है
मैं हूँ गगन, तू है ज़मीं, अधूरी सी मेरे बिना
रात को कर विदा…
देखूं चाहे जिसको, कुछ-कुछ तुझसा दिखता क्यूं है
जानूं, जानूं ना मैं, तेरा मेरा रिश्ता क्यूं है
कैसे कहूं, कितना बेचैन है दिल मेरा तेरे बिना
रात को कर विदा…
~ निदा फाज़ली
Movie/Album: सुर (2002)
Music By: एम.एम.कीरावानी
Lyrics By: निदा फाज़ली
Performed By: लकी अली, सुनिधि चौहान