आ री आजा
निंदिया तू ले चल कहीं
उड़नखटोले में
दूर दूर दूर, यहाँ से दूर
मेरा तो ये जीवन तमाम
मेरे यार भरा दुःख से
पर मुझको जहां में मिला
सुख कौन बड़ा तुझसे
तेरे लिए मेरी जान
ज़हर हज़ार मैं पी लूँगा
ताज दूंगा दुनिया
एक तेरे संग जी लूँगा
ओ नज़र के नूर
आ री आजा निंदिया…
ये सच है कि मैं अगर
सुख चैन तेरा चाहूँ
तेरी दुनिया से मैं फिर कहीं
अब दूर चला जाऊं
नहीं मेरे डैडी
ऐसी बात फिर से न कहना
रहेगा न जब तू
फिर मुझको भी नहीं रहना
न जा तू हमसे दूर
आ री आजा निंदिया…
~ मजरूह सुल्तानपुरी
Movie/Album: कुंवारा बाप (1974)
Music by: राजेश रोशन
Lyrics by: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed by: किशोर कुमार, लता मंगेशकर, महमूद
Music by: राजेश रोशन
Lyrics by: मजरूह सुल्तानपुरी
Performed by: किशोर कुमार, लता मंगेशकर, महमूद