नीचे सुन्दर एक जहान है।
बादल रहते इसके संग,
कितना अच्छा इसका संग।
पंछी ऊँची उड़ान भरे
भला इनका भगवान करे।
चाँद-तारों का है यह घर,
सूरज रहे लटका दिन-भर।
छिपा इसमें खगोल बड़ा,
पीछे इसके भूगोल बड़ा।
इसे छूने का अरमान है,
नीला-नीला आसमान है।
बादल रहते इसके संग,
कितना अच्छा इसका संग।
पंछी ऊँची उड़ान भरे
भला इनका भगवान करे।
चाँद-तारों का है यह घर,
सूरज रहे लटका दिन-भर।
छिपा इसमें खगोल बड़ा,
पीछे इसके भूगोल बड़ा।
इसे छूने का अरमान है,
नीला-नीला आसमान है।
National Philosophy Day: This day encourages critical thinking, dialogue, and intellectual curiosity, addressing global challenges …