भँवरा बड़ा नादान हाय, बगियन का मेहमान हाय
फिर भी जाने ना, जाने ना, जाने ना
कलियन की मुस्कान हाय…
कभी उड़ जाए, कभी मंडलाए
भेद जिया के खोले ना
सामने आए, नैन मिलाए
मुख देखे कुछ बोले ना
भँवरा बड़ा नादान हाय, बगियन का मेहमान हाय
फिर भी जाने ना, जाने ना, जाने ना
कलियन की मुस्कान हाय…
अँखियों में रजके, चले बच बचके
जैसे हो कोई बेगाना
रहे संग दिल के, मिले नहीं मिल के
बन के रहे वो अन्जाना
भँवरा बड़ा नादान हाय, बगियन का मेहमान हाय
फिर भी जाने ना, जाने ना, जाने ना
कलियन की मुस्कान हाय…
कोई जब रोके, कोई जब टोके
गुनगुन करता भागे रे
ना कुछ पूछे, ना कुछ बुझे
कैसा अनाड़ी लागे रे
भँवरा बड़ा नादान हाय, बगियन का मेहमान हाय
फिर भी जाने ना, जाने ना, जाने ना
कलियन की मुस्कान हाय…
∼ शकिल बदायुनी
चित्रपट : साहिब बिबी और गुलाम (१९६२)
गीतकार : शकिल बदायुनी
संगीतकार : हेमंत कुमार
गायक : आशा भोसले
सितारे : गुरु दत्त, मीना कुमारी, वहीदा रेहमान, सप्रू, रेहमान, धूमल