प्राण से बढ़कर प्यारा है,
झंडा इसका न्यारा है,
इसको हमने निखारा है।
ईश्वर का वरदान है ये,
बापु का अरमान है ये,
धर्मो की पहचान है ये,
हम सब का अभिमान है ये।
नदियो की भौचार है ये,
कवियो का श्रृंगार है ये,
भाषा का भण्डार है ये,
एकता की पुकार है ये।
वीरो की कुर्बानी है,
ये अन्मोल निशानी है,
अपनी ज़िन्दगानी है,
इस देश की अमर कहानी है।
हिन्दुस्तान आज़ाद रहे,
ये धरती आबाद रहे,
कोई ना फ़रियाद रहे,
अपनी वाणी मे स्वाद रहे।
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