लहर – लहर लहराया चाँद,
आसमान पर आया चाँद।
सजी सितारों की बारात,
मन ही मन मुस्काया चाँद।
नही धरती शबनम में ,
और देख इतराया चाँद।
सुनकर नगमा चांदनी का,
आज फिर गुनगुनाया चाँद।
इस जगमगाती दुनिया में,
परी लोक से आया चाँद।
लहर – लहर लहराया चाँद,
आसमान पर आया चाँद।
सजी सितारों की बारात,
मन ही मन मुस्काया चाँद।
नही धरती शबनम में ,
और देख इतराया चाँद।
सुनकर नगमा चांदनी का,
आज फिर गुनगुनाया चाँद।
इस जगमगाती दुनिया में,
परी लोक से आया चाँद।
National Philosophy Day: This day encourages critical thinking, dialogue, and intellectual curiosity, addressing global challenges …