चाँद मद्धम है, आसमाँ चुप है – साहिर लुधियानवी

Chandचाँद मद्धम है, आसमाँ चुप है।
नींद की गोद में जहां चुप है॥

दूर वादी पे दूधिया बादल,
झुक के पर्वत को प्यार करते हैं।
दिल में नाकाम हसरतें लेकर,
हम तेरा इन्तज़ार करते हैं॥

इन बहारों के साये में आ जा,
फिर मोहब्बत जवां रहे न रहे।
ज़िन्दगी तेरे नामुरादों पर,
कल तलक मेहरबां रहे न रहे॥

रोज की तरह आज भी तारे,
सुबह की ग़र्द में न सो जायें।
आ तेरे ग़म में जागती आंखें,
कम से कम एक रात सो जायें॥

चाँद मद्धम है, आसमाँ चुप है।
नींद की गोद में जहां चुप है॥

∼ साहिर लुधियानवी

चित्रपट : रेलवे प्लेटफार्म (१९५५)
निर्माता : मूलराज कपाडिया
लेखक, निर्देशक : रमेश सैगल
गीतकार : साहिर लुधियानवी
संगीतकार : मदन मोहन
गायक : लता मंगेशकर
सितारे : सुनील दत्त, नलिनी जयवंत, शीला रमानी, जॉनी वॉकर, राज मेहरा, जगदीप, मनमोहन कृष्ण

Plot Summary

Railway Platform is a 1955 Indian film about a love triangle between a princess, a poor man and his lover at a train station. The film marked the debut of Sunil Dutt, who was a popular announcer for Radio Ceylon before he made his breakthrough in Mother India (1957).

About Sahir Ludhianvi

साहिर लुधियानवी (८ मार्च १९२१ - २५ अक्टूबर १९८०) एक प्रसिद्ध शायर तथा गीतकार थे। इनका जन्म लुधियाना में हुआ था और लाहौर (चार उर्दू पत्रिकाओं का सम्पादन, सन् १९४८ तक) तथा बंबई (१९४९ के बाद) इनकी कर्मभूमि रही। फिल्म आजादी की राह पर (1949) के लिये उन्होंने पहली बार गीत लिखे किन्तु प्रसिद्धि उन्हें फिल्म नौजवान, जिसके संगीतकार सचिनदेव बर्मन थे, के लिये लिखे गीतों से मिली। फिल्म नौजवान का गाना ठंडी हवायें लहरा के आयें ..... बहुत लोकप्रिय हुआ और आज तक है। बाद में साहिर लुधियानवी ने बाजी, प्यासा, फिर सुबह होगी, कभी कभी जैसे लोकप्रिय फिल्मों के लिये गीत लिखे। सचिनदेव बर्मन के अलावा एन. दत्ता, शंकर जयकिशन, खय्याम आदि संगीतकारों ने उनके गीतों की धुनें बनाई हैं। 59 वर्ष की अवस्था में 25 अक्टूबर 1980 को दिल का दौरा पड़ने से साहिर लुधियानवी का निधन हो गया।

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