क्रिसमस आया क्रिसमस आया,
बच्चों का है मन ललचाया।
सैंटा क्लॉज आएंगे,
नए खिलौने लाएंगे।
सैंटा क्लॉज ने दी आवाज,
एनी आओ, पेनी आओ,
जॉनी आओ, जॉन आओ,
यीशु की ये याद का दिन है,
बच्चों का ये प्यार का दिन है।
∼ वर्षा रस्तोगी
Xmas, क्रिसमस का त्यौहार ईसाईयों के लिये बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। लेकिन आज के समय में इस त्यौहार को लगभग सभी धर्म के लोग बड़ी ही धूम धाम से मनाते है, क्योकि इस त्यौहार को न्यू ईयर के बराबर माना जाता है। इसे हर साल पूरे विश्व में दूसरे उत्सवों की ही तरह खुशी, हर्ष और जोश के साथ मनाया जाता है। ये हर साल 25 दिसंबर शीत ऋतु के मौसम में आता है। प्रभु ईशु के जन्मदिवस के अवसर पर क्रिसमस डे को मनाया जाता है।
25 दिसंबर को बेथलेहेम में ज़ोसेफ (पिता) और मैरी (माँ) के यहाँ प्रभु ईशु का जन्म हुआ था। इस दिन पर सभी घर और चर्च की सफाई होती है, सफेद पोताई और ढ़ेर सारे रंग-बिरंगे रोशनीयों, सीनरी, मोमबत्तियाँ, फूल और दूसरी सजावटी चीजों से इनको सजाया जाता है। सभी एक साथ इस उत्सव में शामिल होते है चाहे वो गरीब हो या अमीर और खूब धमाचौकड़ी के साथ इसको मनाते है। अपने घरों के बीच में सभी क्रिसमस के पेड़ को सजाते है।
वो इसे इलेक्ट्रिक लाईट, उपहारों, गुब्बारों, फूलों, खिलौनों, हरी पत्तियों तथा दूसरे वस्तुओं से सजाते है। क्रिसमस का पेड़ बेहद सुंदर और आकर्षक दिखाई देता है। इस अवसर सभी लोग पर अपने दोस्त, परिवार, रिशतेदारों और पड़ोसियों के साथ क्रिसमस के पेड़ के सामने खुशी मनाते है। सभी नृत्य, संगीत, उपहारों को बाँटकर और लजीज़ पकवानों के साथ इस उत्सव में शरीक होते है। इस दिन ईसाई लोग भगवान से प्रार्थना करते है।
प्रभु ईशु के सामने वो अपनी गलतीयों के लिये माफी माँगते है। अपने भगवान ईसा मसीह के गुणगान में लोग पवित्र भजन गाते है, बाद में वो अपने बच्चों और मेहमानों के लिये क्रिसमस के उपहार बाँटते है। इस दिन पर अपने मित्रों और रिश्तेदारों को क्रिसमस के कार्ड देने की परंपरा है। सभी क्रिसमस भोज के बड़े उत्सव में शामिल होते है और अपने पारिवारिक सदस्यों और मित्रों के साथ खुशबुदार पकवानों का लुफ्त उठाते है। बच्चे इस दिन का बहुत उत्सुकता से इंतजार करते है क्योंकि उनको ढ़ेर सारे उपहार और चौकेलेट मिलते है।
क्रिसमस का उत्सव स्कूल और कॉलेजों में एक दिन पहले 24 दिसंबर को मनाया जाता है, उस दिन बच्चे सांता क्लाज की ड्रेस या टोपी पहनकर स्कूल जाते है। इस दिन को लोग देर रात तक नृत्य-संगीत में झूम कर या मॉल और रेस्टोरेंट में जाकर मनाते है। ईसाई धर्म के लोग प्रभु ईशू की पूजा करते है। ऐसा माना जाता है कि प्रभु (भगवान के संतान) को लोगों के पास उनके जीवन को बचाने और उनको पाप और दुखों से रक्षा करने के लिये पृथ्वी पर भेजा गया था।
ईसा मसीह के अच्छे कार्यों को याद करने के लिये क्रिसमस का ये उत्सव ईसाई समुदाय के लोगों द्वारा मनाया जाता है और हम ढ़ेर सारा प्यार और सम्मान देते है। ये सार्वजनिक और धार्मिक अवकाश होता है जब लगभग सभी सरकारी और गैर-सरकारी संस्थान बंद रहता है।