राम एक देवता, पुजारी सारी दुनिया॥
द्वारे पे उसके जाके कोई भी पुकारता,
परम कृपा दे अपनी भव से उभारता।
ऐसे दीनानाथ पे बलिहारी सारी दुनिया,
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया॥
दो दिन का जीवन प्राणी कर ले विचार तू,
प्यारे प्रभु को अपने मन में निहार तू।
बिना हरी नाम के दुखिआरी सारी दुनिया,
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया॥
नाम का प्रकाश जब अंदर जगायेगा,
प्यारे श्री राम का तू दर्शन पायेगा।
ज्योति से जिसकी है उजयारी सारी दुनिया,
दाता एक राम, भिखारी सारी दुनिया॥
~ स्वर: हरी ॐ शरण
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