टिक टिक कर तू चलती है।
हर घंटे के बाद तू,
डिंग डिंग करके बजती है।
तुझे देखकर पता है चलता,
कब खाना, कब पढ़ना है।
तुझे देखकर पता है चलता,
कब उठना, कब सोना है।
टिक टिक कर तू चलती है।
हर घंटे के बाद तू,
डिंग डिंग करके बजती है।
तुझे देखकर पता है चलता,
कब खाना, कब पढ़ना है।
तुझे देखकर पता है चलता,
कब उठना, कब सोना है।
अर्ध शलभासन Half Locust Pose: आए की पूर्ण स्थिति में शरीर की आकृति टिड्डे के …