Good Morning Hindi Poem सवेरा और जीवन

Good Morning Hindi Poem सवेरा और जीवन

हुआ सवेरा, हुआ सवेरा, सूरज की किरणों ने
डाल-डाल पर डाला घेरा,
हुआ सवेरा, हुआ सवेरा।

मन में उमंग, तन में तरंग,
जीवन ने फिर से लिया फेरा
हुआ सवेरा, हुआ सवेरा।

चल निकला, बागों में जीवन,
चल निकला, राहों में जीवन
हुआ सवेरा, हुआ सवेरा।

पक्षियों का जागा फिर कलखू,
मीठा-मीठा, मंद-मन मोहक
हुआ सवेरा, हुआ सवेरा।

कलियों का सुंदर पल्लवित जीवन,
सौरभ-सुगंध, मधुर मन मोहक
जागा फिर से सारा जन-जीवन।

हुआ सवेरा, हुआ सवेरा।

~ श्री मती गीता चंद्रा (हिंदी अध्यापिका) St. Gregorios School, Gregorios Nagar, Sector 11, Dwarka, New Delhi

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