हर घर तिरंगा: आजादी का अमृत महोत्सव
हर घर तिरंगा: आजादी का अमृत महोत्सव

हर घर तिरंगा: आजादी का अमृत महोत्सव

हर घर तिरंगा: आजादी का अमृत महोत्सव – साल 2022 में देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मनाया जा रहा है। इस मौके पर डाक विभाग ने तिरंगे झंडे (Tricolour) की विकास यात्रा डाक टिकट पर दिखाई है। इस स्मारक डाक टिकट की कीमत 75 रुपये रखी गई है। ये टिकट सभी मुख्य डाकघरों (Post Offices) में उपलब्ध करा दिया गया है. इस टिकट पर तिरंगा अपनाने लेकर अब तक जितने भी बदलाव हुए हैं उनको दर्शाया गया है। 1905 से लेकर तिरंगा अपनाने तक 6 बार बदलाव हुए हैं।

इस डाक टिकट पर 6 तस्वीरें छापी गई हैं। इसके पहले फोटो में झंडे पर बांग्ला भाषा में वंदे मातरम लिखा हुआ है। झंडे के बीच में हिंदू देवता इंद्र के शस्त्र बज्र की आकृति को दिखाया गया है। इस भारतीय झंडे को पहली बार साल 1905 में अपनाया गया था। इस झंडे को स्वामी विवेकानंद की शिष्या और सिस्टर निवेदिता ने डिजाइन किया था।

हर घर तिरंगा: आजादी का अमृत महोत्सव

भारत देश हमारा प्रणाम

घर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा

घर घर तिरंगा
प्रति घर तिरंगा

घरो घरी तिरंगा
प्रत्येक घरी तिरंगा

आसमाँ को पाना है
आसमाँ से आगे जाना है
नये भारत की नयी कहानी
अब आसमाँ को सुनाना है

गर्व है इस तिरंगे पर
सारे जहां को ये दिखाएँगे
अमृत काल मनाएँगे
घर घर तिरंगा लहराएँगे

घर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा

हर घर तिरंगा
इंडिया इंडिया इंडिया

केशरिया रंग है क्या

ये रंग मेरी शक्ति का है
ये रंग मेरी ताक़त का है
ये रंग देश के माथे पे सजा

श्वेत है क्या
रंग सत्य का

ये श्वेत रंग शांति का है
ये श्वेत रंग एकेका है
ये रंग देश के दिल में है बसा

रंग हरा तो ख़ुशहाली का है
ये धरम चक्र विकास का

इन्हीं उसूलों से बना है बना
तिरंगा हमारा तिरंगा प्यारा

घोरे घोरे तिरोंगा
सोब घोरे तिरोंगा
मेथे किरण तो
प्रोती घोरे पोताका

घर घर तिरंगा…

Check Also

English Poem about Thanksgiving: The Pumpkin

The Pumpkin: English Poem to read on Thanksgiving Day Festival

The Pumpkin: John Greenleaf Whittier uses grandiose language in “The Pumpkin” to describe, in the …