करती नही आदर सम्मान, न है संस्कारों का उन्हें ज्ञान।
पश्चिम भाषा से कराएं अपनी पहचान,
संस्कृति का तो दूर दूर तक नही है नामो – निशान।
आपस मैं भाई -भाई, करे बंटवारा और लड़ाई,
माँ -बाप है उनके लिए बोझ।
यही है आज की पीढ़ी की सोच,
उठो, जागो पश्चात के दीवानो,
अपनी सभ्यता और संस्कृति पहचानो।
ऐसे ही नही भारत महान,
तुम ही हो – हाँ, तुम ही हो,
महान भारत की संतान।
~ संजना (आठवी ‘ड’) St. Gregorios School, Gregorios Nagar, Sector 11, Dwarka, New Delhi
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