पढ़ लो, भाई! - रिद्धी शर्मा - Children's Poetry in Hindi

पढ़ लो, भाई! – रिद्धी शर्मा – Children’s Poetry in Hindi

स्कूल खुल गए, पढ़ लो भाई,
मस्ती छोड़ अब करों पढ़ाई
पढ़ते-लिखते हैं जो बच्चे,
वे लगते हैं, सब को अच्छे।

अनपढ़ का जीवन बेकार,
मिले न उसको बंगला, कार।
बिन पढ़ाई न कोई चारा,
बच्चा बन जाता नकारा।

लोग तरस भी उस पर खाते,
पर न मदद को आगे आते।
इसलिए कहते है भाई,
मस्ती छोड़ अब करो पढ़ाई।

~ रिद्धी शर्मा (एल.के.जी.) St. Gregorios School, Sector 11, Dwarka, New Delhi – 110075

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