मस्ती छोड़ अब करों पढ़ाई
पढ़ते-लिखते हैं जो बच्चे,
वे लगते हैं, सब को अच्छे।
अनपढ़ का जीवन बेकार,
मिले न उसको बंगला, कार।
बिन पढ़ाई न कोई चारा,
बच्चा बन जाता नकारा।
लोग तरस भी उस पर खाते,
पर न मदद को आगे आते।
इसलिए कहते है भाई,
मस्ती छोड़ अब करो पढ़ाई।
~ रिद्धी शर्मा (एल.के.जी.) St. Gregorios School, Sector 11, Dwarka, New Delhi – 110075
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