नन्हा मुन्ना राही हूँ: शकील बदायूंनी

नन्हा मुन्ना राही हूँ: शकील बदायूंनी

नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ
बोलो मेरे संग जय हिंद जय हिंद जय हिंद…

रस्ते पे चलूँगा न डर डर के,
चाहे मुझे जीना पड़े मर मर के,
मंजिल से पहले न लूँगा कभी दम,
आगे ही आगे बढ़ाऊंगा कदम,
दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम।

Nanha Munna Rahi Hoonनन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ,
बोलो मेरे संग जय हिंद जय हिंद जय हिंद…

धूप में पसीना मैं बहाऊंगा जहाँ,
नए नए खेत लहराएँगे वहां,
धरती पे फांके न पाएँगे जनम,
आगे ही आहे बढ़ाऊंगा कदम,
दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम।

नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ,
बोलो मेरे संग जय हिंद जय हिंद जय हिंद…

नया है ज़माना मेरी नयी है डगर,
देश को बनाऊंगा मशीनों का नगर,
भारत किसी से रहेगा नहीं कम,
आगे ही आहे बढ़ाऊंगा कदम,
दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम।

नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ,
बोलो मेरे संग जय हिंद जय हिंद जय हिंद…

बड़ा होके देश का सहारा बनूँगा,
दुनिया की आँखों का तारा बनूँगा,
रखूँगा ऊँचा तिरंगा परचम,
आगे ही आहे बढ़ाऊंगा कदम,
दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम।

नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ,
बोलो मेरे संग जय हिंद जय हिंद जय हिंद…

शांति की नगरी है मेरा ये वतन,
सबको सिखाऊंगा मैं प्यार का चलन,
दुनिया में गिरने न दूंगा कभी बम,
आगे ही आहे बढ़ाऊंगा कदम,
दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम।

नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ,
बोलो मेरे संग जय हिंद जय हिंद जय हिंद…

शकील बदायूंनी

चित्रपट : सन ऑफ़ इंडिया (१९६२)
निर्माता, निर्देशक, लेखक : मेहबूब खान
गीतकार : शकील बदायूंनी
संगीतकार : नौशाद
गायक : शांति माथुर
सितारे : कमलजीत, सिमी गरेवाल, कुमकुम, साजिद खान, जयंत

Story Line

Kamla comes from a wealthy family and is the only child. She meets with and falls in love with Kishore, both get married, without approval of Kamla’s dad, and are subsequently parents to Gopal. Shortly thereafter, Kamla finds out that Kishore has never loved her, and had married her only for her wealth. When confronted, Kishore does admit but only after being pressured by J.B. alias Jung Bahadur, who wants Two Lakh Rupees or he will abduct and kill Gopal. She leaves, becomes a nun, but ends up getting separated from her son. She goes home to live with her father, while Kishore becomes a homeless bum, & Gopal ends up with a foster mom. Years later both father and son are unknowingly re-united when both are arrested for stealing someone’s wallet. Kishore accepts the blame and is sentenced to 2 months in Jail, while Gopal falls in the clutches of none other than J.B. himself, who is now standing for elections. In the meantime, Kamla, who still lives with her parents, meets and befriends a woman named Lalita. One day Lalita introduces her to fianc? – much to the shock of Kamla she finds herself being introduced to her very own husband. The question remains, will Kishore and Kamla ever get back together again, and what will be the fate of young Gopal?

Check Also

National Philosophy Day: Date, History, Wishes, Messages, Quotes

National Philosophy Day: Date, History, Wishes, Messages, Quotes

National Philosophy Day: This day encourages critical thinking, dialogue, and intellectual curiosity, addressing global challenges …