ओमप्रकाश बजाज की बाल-कविताओं का संग्रह

बाल-कविताओं का संग्रह: ओमप्रकाश बजाज

मित्रता: ओमप्रकाश बजाज

सोच-समझ कर जांच परख कर,
आश्वस्त होकर मित्र बनाना!

मित्रता को गंभीरता से लेना,
इसे खेल या मजाक न बनाना!

गिने-चुने पर सच्चे मित्र ही बनें,
ऐरे-गैरों से मात्र गिनती न बढ़ाना!

एक बार जिसे मित्र बनाना,
उससे जीवा भर मित्रता निभाना!

वक़्त पड़ने पर कष्ट आने पर,
मित्र को यथासंभव सहायता पहुचना!

अच्छे मित्र अनमोल होते है,
यह बात न तुम कभी भूलना!

ओमप्रकाश बजाज

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