ओमप्रकाश बजाज की बाल-कविताओं का संग्रह

बाल-कविताओं का संग्रह: ओमप्रकाश बजाज

गुब्बारे: ओमप्रकाश बजाज

हरे बैंगनी, नीले, पीले, इन्द्र धनुष जैसे रंगीले!
भर कर हवा फूल जाते है, मानो नवजीवन पाते है!

अगर हाइड्रोजन भर देते, ऊँचाई को तब छू लेते!
मायूसी को मारे डंडा, गुस्से को कर देते ठंडा!

लगें हमें खुशियों के घोतक, आओ हाथ बढ़ाए इन तक!
आकर्षक, मनमोहक, प्यारे, धूम मचाते-से गुब्बारे!

ओमप्रकाश बजाज

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