बिछड़ा यार मिला दे ओय रब्बा…
मेरा दिलदार मिला दे ओय रब्बा…
जब से हुयी ये लम्बी जुदाई…
ना चैन आया, ना नींद आई…
नज़रे तरस गयी आंखे बरस गयी…
मुझे दीदार करा दे ओय रब्बा…
बिछड़ा यार मिला दे ओय रब्बा
जी चाहे उसकी बाहों में झूलूँ…
आंखो मे देखु, हाथो से छू लूँ…
मैं हूँ बेचैन बड़ी अपने बीच कड़ी…
ये दीवार मिटा दे ओय रब्बा…
बिछड़ा यार मिला दे ओय रब्बा
उससे बिछड़कर यूँ जी रहा हूँ…
जैसे ज़हर कोई पी रहा हूँ यूँ जी रहा हूँ…
साज़ेदिल टूट गया नगमा रूठ गया…
तार से तार मिला दे ओय रब्बा…
बिछड़ा यार मिला दे ओय रब्बा
करदे कुछ ऐसा तू हाल मेरा…
आ जाए सुनकर, मेरा मसीहा…
उस तक पहुंचे खबर आ मिलना है अगर…
मुझे बीमार बना दे ओय रब्बा…
बिछड़ा यार मिला दे ओय रब्बा
रब को याद करूँ एक फ़रियाद करूँ…
बिछड़ा यार मिला दे ओय रब्बा…
मेरा दिलदार मिला दे ओय रब्बा
∼ आनंद बक्षी
चित्रपट : खुदा गवाह (१९९३)
निर्माता : नाज़िर अहमद, मनोज देसाई
निर्देशक : मुकुल एस. आनंद
लेखक : राज कुमार बेदी, संतोष सरोज (कहानी, संवाद)
गीतकार : आनंद बक्षी
संगीतकार : लक्ष्मीकांत – प्यारेलाल
गायक : कविता कृष्णामूर्ति, मोहम्मद अज़ीज़
सितारे : अमिताभ बच्चन, श्रीदेवी, नागार्जुन, शिल्पा शिरोडकर, डैनी डेंज़ोंग्पा, विक्रम गोखले, किरण कुमार