सुनो गौर से दुनिया वालो - समीर

सुनो गौर से दुनिया वालो: समीर का देशभक्ति फ़िल्मी गीत

समीर हिन्दी फिल्मों के एक प्रसिद्ध गीतकार हैं। इनके ज्यादातर गीत हिट हुए और इनके द्वारा लिखें गए गीत आज भी लोगोंं की जुबानोंं पर हैं। उनके पिता अनजान भी गीतकार रहे थे। उनके पास सबसे अधिक गीत लिखने का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स है। उन्होंने लगभग 650 फिल्मों में 4000 गाने से अधिक लिखे हैं। उन्हें यश भारती पुरस्कार भी मिला है।

समीर अपने करियर में 5,500 से अधिक गाने लिख चुके हैं। वह अनु मलिक, नदीम-श्रवण से लेकर आनंद-मिलिंद, हिमेश रेशमिया और दिलीप सेन, समीर सेन जैसे संगीतकारों के चहेते गीतकार रहे हैं।

हाल ही में अपने एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि उन्हें पुराने साथी बहुत याद आते हैं। जब वह कायमयाबी के शिखर पर थे, तब संगीतकार नदीम-श्रवण की जोड़ी ने ही उनके गीतों को अपने कर्णप्रिय धुनों से लोकप्रियता दिलाई थी। उन्हें जिन तीन गानों के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार मिले उनका संगीत भी नदीम-श्रवण ने दिया था।

समीर ने हिंदी के अलावा भोजपुरी और मराठी फिल्मों के लिए भी गीत लिखे हैं। लेकिन एक कामयाब गीतकार के रूप में पहचान बनाने की राह बैंक अधिकारी के पेशे को छोड़कर बॉलीवुड में करियर बनाने आए समीर के लिए इतनी भी आसान नहीं थी।

लगातार संघर्ष करने के बाद आखिरकार 1990 में आई फिल्म ‘आशिकी’ में उनके गीतों ‘सांसों की जरूरत है जैसे’, ‘मैं दुनिया भूला दूंगा’ और ‘नजर के सामने जिगर के पास’ को लोकप्रियता और पहचान मिली। इसके बाद समीर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

समीर को 1991 में फिल्म ‘आशिकी’ के गाने ‘नजर के सामने’, 1993 में  फिल्म ‘दीवाना’ के गाने ‘तेरी उम्मीद तेरा इंतजार’ और 1994 में फिल्म ‘हम राही प्यार के’ के गाने ‘घूंघट की आड़’ के लिए सर्वश्रेष्ठ गीतकार का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था।

सुनो गौर से दुनिया वालो: समीर

सुनो गौर से दुनिया वालो बुरी नज़र ना हम पे डालो…
चाहे जितना जोर लगा लो, सबसे आगे होंगे हिन्दुस्तानी
सुनो गौर से दुनिया वालों…

हमने कहा है जो तुम भी कहो…
हमने कहा है जो तुम भी कहो…

आओ मिल जुल के बोले हम भी यारा…
अपना जहा से सबसे प्यारा…
हमने कहा है जो तुम भी कहो…
जलते सहारे है पानी के धारे है हम काटे कटते नहीं…
जो वादा करते है करके निभाते है हम पीछे हटते नहीं…
वक़्त है, उम्र है, जोश है और जान है…
ना झुके. ना मिटे, देश तो अपनी शान है…
हमने कहा है जो तुम भी कहो…

सुनो गौर से दुनिया वालो बुरी नज़र ना हम पे डालो…

सबके दिलो को मोहबत से बाधे जो हम ऐसी जंजीर है
ऊँची उड़ाने है, ऊँचे इरादे है, हम कल की तस्वीर है
जो हमें प्यार दे हम उसे प्यार दे…
दोस्ती के लिए हम अपनी ज़िन्दगी वार दे…
हमने कहा है जो तुम भी कहो…

सुनो गौर से दुनिया वालो बुरी नज़र ना हम पे डालो…
चाहे जितना जोर लगा लो, सबसे आगे होंगे हिन्दुस्तानी
हिन्दुस्तानी,  हिन्दुस्तानी,  हिन्दुस्तानी,  हिन्दुस्तानी…

समीर

चित्रपट : दस (१९९७)
निर्माता : मुकुल एस. आनंद, नितिन मनमोहन
निर्देशक, लेखक : मुकुल एस. आनंद
गीतकार : समीर
संगीतकार : शंकर-एहसान-लॉय,  संदीप चौटा
गायक : उदित नारायण, महालक्ष्मी अय्यर, शंकर महादेवन, दोमिनिकु सरेजो
सितारे : संजय दत्त, सलमान खान, रवीना टंडन, शिल्पा शेट्टी

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