ये धरती ये गगन ना बेच देना
शहीदों ने जान दी है वतन के वास्ते
शहीदों के कफ़न ना बेच देना
दोस्तों साथियों हम चले दे चले
अपना दिल अपनी जां
ताकि जीता रहे अपना हिन्दुस्तां
हम जिये हम मरे इस वतन के लिए
इस चमन के लिए
ताकि खिलता रहे गुल हमेशा यहां
दोस्तो साथियो
दोस्तों से मिलो दोस्तों की तरह
दुश्मनों से मिलो दुश्मनों की तरह
जीना क्या मरना क्या बुज़दिलों की तरह
कह रहा ये वतन ये ज़मीं आसमां
माँ ने अपने बेटे दिये नौजवां
सोचकर और क्या
ताकि जीता रहे…
मातृ भूमि का दिल तू नहीं तोड़ना
देश के दुश्मनों को नहीं छोड़ना
मरना जीना तुझे इस वतन के लिए
फ़र्ज़ अपना निभा दे अमन के लिए
नाज़ तुझपे करे ये ज़मीं आसमां
देते हैं ये दुआ
ताकि जीता रहे…
देश के नाम अपनी जवानी लिखी
ये जवानी है क्या ज़िंदगानी लिखी
बस यहां तक की हमने कहानी लिखी
अब लिखो इसके आगे की तुम दास्तां
फ़र्ज़ कर दो अदा
ताकि जीता रहे…
∼ आनंद बक्षी
चित्रपट : इंडियन (२००१)
निर्माता : धर्मेन्द्र
निर्देशक : एन. महराजन
लेखक : संजय मासूम
गीतकार : आनंद बक्षी
संगीतकार : आनंद राज आनंद
गायक : रूप कुमार राठोड, कोरस
सितारे : सनी देओल, शिल्पा शेट्टी, राहुल देव, मुकेश ऋषि, राज बब्बर, डैनी डेंज़ोंग्पा
Indian Film: Plot Summary
Raj Shekhar Azad (Sunny Deol) is an honest Police Commissioner whose sole intention is to wipe out corruption. From his name to his aim, emerges unflinching patriotism. But for every such patriot, there is an equally motivated terrorist.
Waseem Khan (Mukesh Rishi), a dreaded terrorist, is aided in his mission by Raj’s father-in-law (Raj Babbar), an influential industrialist (Danny Denzongpa) and several police officers.
Raj’s path is laden with hurdles, but he leaves no stone unturned, within the realm of law, to wage a war against the evil doers. The film is notable for the Sunny Deol’s portrayal DCP Azad. The sublime toughness and solidity that the acclaimed actor manages to bring to the character of Rajshekhar Azad in his trademark sedate style is the high point of the film. Raj Babbar too comes of in with a powerful performance though his role disappears within the first hour. The peerless Danny Dengzongpa, is powerful in his portrayal of Singhania Saab in the film.