किसी दिन ड्यूटी पर न आते।
बहाना बना कर तुम्हारी तरह
वह भी छुट्टी मनाते।
दिन में भी अन्धेरा छा जाता
हाथ को हाथ सुझाई न देता।
संसार के सारे काम रुक जाते
समय का भी तो भान न होता।
अपनी ड्यूटी के पक्के सारे
सूरज चाँद और तारे।
इनसे सीखो तुम भी निभाना
नियमपूर्वक अपने कर्त्तव्य सारे।