मोदी सरकार का ‘हर घर तिरंगा’ अभियान बना मिशन
5 महिला बाइकर लाल चौक और कारगिल में फहराएँगी तिरंगा: मोदी सरकार का ‘हर घर तिरंगा’ अभियान बना मिशन, फारूक अब्दुल्ला को करारा जवाब
बाइक रैली में शामिल एक अन्य लड़की ने कहा, “मैं अभी बहुत गर्व महसूस कर रही हूँ। मुझे लगता है कि यही वह पल है, जिसका मैं अपने पूरे जीवन में इंतजार कर रही थी। मुझे इस रैली में शामिल होकर बहुत गर्व महसूस हो रहा है।”
जम्मू (Jammu) की पाँच युवतियों ने श्रीनगर के लाल चौक (Lal Chowk, Srinagar) पर तिरंगा फहराने के लिए अपनी बाइक पर तिरंगा रैली निकाली है। लाल चौक के बाद वे कारगिल में उन पहाड़ों के बीच में झंडा लहराएँगी, जहाँ 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान मातृभूमि की रक्षा के लिए सैकड़ों भारतीय जवानों ने अपना बलिदान दिया था।
यह पहल उन विपक्षी नेताओं को कड़ा संदेश भेजने का एक साधन है, जिन्होंने देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य पर केंद्र सरकार के “हर घर तिरंगा” अभियान का मजाक उड़ाने और उसे बदनाम करने की कोशिश की।
बाइक रैली का नेतृत्व कर रही प्रीति चौधरी ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा, “जब बात हमारे देश की हो, हमारे झंडे की, ऊर्जा की, जोश की, पराक्रम की हो, हमारे सैनिकों द्वारा 1990 और 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान दिए गए बलिदान की हो, यह अतुलनीय है। हम भारतीय, इस देश का प्रत्येक नागरिक, प्रत्येक युवा नागरिक, मेरी बहनें और मेरे भाई इस तिरंगे के प्रति समान मूल्य और समान भावना रखते हैं।”
‘हर घर तिरंगा’ अभियान का राजनीतिकरण करने वाले विपक्ष को उनके संदेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “नए भारत के साथ खिलवाड़ न करो। नरेंद्र मोदी जी के साथ मत भिड़ो। सर्जिकल स्ट्राइक को याद रखो और राष्ट्रध्वज के बारे में कुछ भी बोलने की हिम्मत मत करो।”
बाइक रैली में शामिल एक अन्य प्रतिभागी ने कहा, ‘मैं अभी बहुत गर्व महसूस कर रही हूँ। मुझे लगता है कि यही वह पल है, जिसका मैं अपने पूरे जीवन में इंतजार कर रही थी। मुझे इस रैली में शामिल होकर बहुत गर्व महसूस हो रहा है।”
एक अन्य लड़की बाइकर ने कहा कि उन्हें श्रीनगर के लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने में बहुत खुशी होगी। उन्होंने कहा, “जब आप सबसे ऊँचाई पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं तो आपको कैसा लगता है? यह बेहद खतरनाक सड़क है। इसके कुछ हिस्से ऐसे होते हैं जो बेहद खतरनाक हैं और महिलाओं के नजरिए से इन्हें असंभव माना जाता है।”
इस महिला बाइकर ने आगे कहा, “हम यह स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं कि इस तरह की कुछ चीजों को करने के लिए वास्तव में कौशल की आवश्यकता होती है न कि लिंग की। हमारे दिलों में गर्व की भावना यह संभव कराएगी।” रैली में शामिल युवा लड़कियों ने ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों के साथ मार्च निकाला।
क्या है ‘हर घर तिरंगा’ अभियान
स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में केंद्र सरकार ने इस वर्ष 15 अगस्त के अवसर पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है। केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय के नेतृत्व में इस अभियान के तहत देश भर के लोगों को अपने घरों में तिरंगा फहराने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके तहत जम्मू-कश्मीर के ग्रामीण विभाग ने भी एक आदेश जारी कर इस अभियान को सफल बनाने की अपील की है।
वहीं, विपक्षी दलों के नेताओं ने इस अभियान का राजनीतिकरण करना और मजाक उड़ाना शुरू कर दिया है। श्रीनगर में जब पत्रकारों ने फारूक अब्दुल्ला से केंद्र सरकार के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के बारे में पूछा तो उन्होंने जवाब दिया कि ‘तिरंगा अपने घर में रखो’।
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