मित्रता पर अनमोल विचार विद्यार्थियों और बच्चों के लिए: मित्र के बिना जीवन अधूरा होता है। मित्र जीवन के रोगों की औषधि होती है, इसलिए मित्रता का बहुत महत्व है। हर प्राणी घर से बाहर मित्र की तलाश करता है। मित्र जीवन का वह साथी है जो हर बुराई से हमें बचाता है। हमें भलाई की ओर बढ़ाने के लिए साधन जुटाता है। पतन से बचाकर उत्थान के पथ पर लाता है, वह मित्र है। धर्म ग्रंथों में ऐसे ही मित्रों के गुण गाये गये है, अर्जुन-कृष्ण की मित्रता,
श्रीकृष्ण-सुदामा कि मित्रता।
श्रीराम और सुग्रीव की मित्रता एक पवन सम्बन्ध की सूचक है। कई बार छली, कपटी आदमी मित्रता की आड़ में अपना मतलब निकालते हैं। ऐसे लोगों से बचना चाहिए। मित्रता के सच्चे भाव को समझना चाहिए। सच्चा मित्र हर सुख-दुःख में साथ देता है। स्वार्थी मित्र संकट के समय साथ छोड़ देते हैं। अतः मित्रता करने में सावधानी बरतनी चाहिए। तुलसीदास जी ने कहा है –
जो मित्र दुःख होई न दुखारी,
तिनहि विलोकत पातक भारी ॥
मित्रता पर अनमोल विचार विद्यार्थियों और बच्चों के लिए
- जो सबका मित्र होता है वो किसी का मित्र नहीं होता है। ~ अरस्तु
- एक अकेला गुलाब मेरा बगीचा हो सकता है… एक अकेला दोस्त मेरी दुनिया। ~ लिओ बुस्कग्लिया
- मित्र वो होता है जो आपको जाने और आपको उसी रूप में चाहे। ~ अल्बर्ट हब्बार्ड
- व्यवसाय पर आधारित दोस्ती, दोस्ती पे आधारित व्यवसाय से बेहतर है। ~ जॉन डी रॉकफेलर
- एक सच्चा दोस्त कभी आपके रास्ते में नहीं आता जब तक कि आप गलत रास्ते पे ना जा रहे हों। ~ अर्नोल्ड एच ग्लासो
- किसी जंगली जानवर की अपेक्षा एक कपटी और दुष्ट मित्र से ज्यादा डरना चाहिए, जानवर तो बस आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है, पर एक बुरा मित्र आपकी बुद्धि को चोटिल कर सकता है। ~ भगवान् बुद्ध
- सभी के साथ विनम्र रहिये, पर कुछ के साथ ही घनिष्ठता बनाइये, और इन कुछ को भी पूर्ण विश्वास करने से पहले अच्छी तरह से जांच लीजिये। ~ जार्ज वाशिंगटन
- मित्रता दो शरीरों में रहने वाली एक आत्मा है। ~ अरस्तु
- मेरे पीछे मत चलो, हो सकता है मैं नेत्रित्व ना कर पाऊं। मेरे आगे मत चलो हो सकता है मैं अनुगमन ना कर सकूँ। बस मेरे साथ चलो मेरे मित्र बनकर। ~ अल्बर्ट केमस
- दोस्त और शिष्टाचार आपको वहां ले जायेंगे जहाँ दौलत नहीं ले जा पायेगी। ~ मार्गरेट वाकर
- मित्रता करने में धीमे रहिये, पर जब कर लीजिये तो उसे मजबूती से निभाइए और उसपर स्थिर रहिये। ~ सुकरात
- मित्र बनाने में धीमे रहिये और बदलने में और भी। ~ बेंजामिन फ्रैंकलिन
- वो मित्र जिन्हें अप सुबह चार बजे फोन कर सकते हैं वास्तव में मायने रखते हैं। ~ मार्लीन दाय्त्रीच
- मित्रता की भाषा शब्द नहीं अर्थ है। ~ हेनरी डेविड थोरेओ
- दोस्ती कुछ ऐसा नहीं है जो आप स्कूल में सीख सकते हैं। लेकिन यदि आपने दोस्ती का मतलब नहीं सीखा है तो वास्तविकता में आपने कुछ भी नहीं सीखा। ~ मोहम्मद अली