माँ और मातृत्व पर उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए: माँ एक अनुभूति, एक विश्वास, एक रिश्ता नितांत अपना सा। गर्भ में अबोली नाजुक आहट से लेकर नवागत के गुलाबी अवतरण तक, मासूम किलकारियों से लेकर कड़वे निर्मम बोलों तक, आँगन की फुदकन से लेकर नीड़ से सरसराते हुए उड़ जाने तक, माँ मातृत्व की कितनी परिभाषाएँ रचती है। स्नेह, त्याग, उदारता और सहनशीलता के कितने प्रतिमान गढ़ती है? कौन देखता है? कौन गिनता है भला? और कैसे गिने? ऋण, आभार, कृतज्ञता जैसे शब्दों से परायों को नवाजा जाता है। माँ तो अपनी होती है, बहुत अपनी सी।
माँ और मातृत्व पर उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए
- मातृत्व के अहसास के लिए माँ बनना जरुरी नहीं।
- माँ अपने बच्चे की पहली गुरु होती है। अब यह उसके हाथ में है कि वह मानवता की जननी बनना चाहती है या सिर्फ अपने बच्चे की।
- ‘माँ’ शब्द को परिभाषित नहीं किया जा सकता।
- माँ की गोद में जितनी गहरी नींद आती है और कहीं भी नहीं।
- माँ का प्यार पाने के लिए किसी योग्यता की जरुरत नहीं होती।
- संस्कारी माता ही संस्कारी बच्चों का निर्माण कर सकती है।
- भगवान् सभी जगह नहीं हो सकते इसलिए उसने माएं बनायीं ~ रुडयार्ड किपलिंग
- एक पिता अपने बच्चों के लिए जो सबसे प्रमुख चीज कर सकता है वो उनकी माँ से प्रेम करना ~ थीओडर हेस्बर्ग
- मैं जो कुछ भी हूँ या होने की आशा रखता हूँ उसका श्रेय मेरी माँ को जाता है ~ अब्राहम लिंकन
- मातृत्व: सारा प्रेम वहीँ से आरम्भ और अंत होता है ~ राबर्ट ब्राउनिंग
- मुझे एक ऐसी माँ के साथ बड़े होने का मौका मिला जिसने मुझे खुद में यकीन करना सिखाया ~ एन्टोनियो विल्लारैगोसा
- कला की दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं है जैसा की उन लोरियों में होता था जो माएं गाती थीं ~ बिली संडे
- यकीनन मेरी माँ मेरी चट्टान है ~ एलिसिया कीज़
- मातृत्व… कठिन है… और लाभप्रद भी ~ ग्लोरिया एस्तिफैन
- मेरी माँ मेरा ख़याल इस तरह से रखती थीं की मैं हमेशा आनंद में रहती थी ~ मार्टिना हिंगिस
- बेटा अपनी माँ से नहीं तो और किससे बात करेगा? ~ डोनाल्ड ई. वेस्टलेक
- बच्चे माँ के जीने का सहारा होते हैं ~ सोपोकल्स
- एक माँ का हाथ कोमलता से बना होता है और बच्चे उसमे गहरी नीद में सोते हैं ~ विक्टर ह्यूगो