किसान पर अनमोल विचार, शायरी व नारे

किसान पर अनमोल विचार, शायरी व नारे

किसान पर अनमोल विचार, शायरी व नारे: किसान को यदि धरती का भगवान कहा जाय तो यह अतिश्योक्ति नही होगी क्युकी किसान ही इस धरती पर ऐसा इन्सान है जो धरती से अन्न उपजाता है। भारतीय किसान सबसे ज्यादा मेहनत करते हैं लेकिन औद्योगिक क्रांति के बाद विकास की अंधी दौड़ में आज का किसान समय के साथ कही न कही पिछड़ गया है। और उनकी आर्थिक स्थिति आज भी उतनी अच्छी नही हैं जितनी होनी चाहिए।

तो चलिए धरती के इस अन्नदाता किसान के दर्द या उसके भावनाओ को व्यक्त करना चाहते हैं तो हम शायरी या किसी कविता का सहारा लेते हुए किसान पर कहे गये अनमोल विचार शेयर कर रहे है जिन्हें आप अपने मित्रों और परिवार के साथ शेयर कर सकते है।

किसान के लिए और किसान होने पर गर्व होने पर इन कोट्स को अपने Whatsapp, Facebook पर Status लगा सकते है या फिर इन्हें सोशल मीडिया Instagram, Twitter पर शेयर कर सकते है तो चलिए किसान पर कहे गये इन Farmer Proud Status In Hindi को जानते है

किसान पर अनमोल विचार, शायरी व नारे [1]

  • सफल किसान है, उन्नतशील किसान
  • जब कोई किसान या जवान मरता है,
    तो समझना पूरा हिन्दुस्तान मरता है।
  • देता रहा तुझको अनाज, चुका कर खून पसीने का ब्याज।
  • उन घरो में जहाँ, मिट्टी के घड़े रहते हैं,
    कद में छोटे हो, मगर लोग बड़े रहते हैं…
  • घमंड ही नहीं गुरुर है अपने किसान होने का।
  • ये सिलसिला क्या यूँ ही चलता रहेगा,
    सियासत अपनी चालों से कब तक किसान को छलता रहेगा।
  • माना गरीब हूं मैं बेटा किसान का,
    मैं ही बनूंगा गौरव भारत महान का।
  • ग़रीब के बच्चे भी खाना खा सके त्योहारों में,
    तभी तो भगवान खुद बिक जाते हैं बाजारों में।
  • जो घर बैठी माँ को – माँ पुकारे वो इंसान है।
  • जो घर बैठी माँ से पहले देश की माटी को माँ पुकारे, वो मेरा हिंदूस्तान है।
  • जो इस माटी का कर्ज चुकाए बिना कोई लोभ…
    वो इस माटी कि असल संतान मेरे देश का #किसान है।
  • कट गए है हाथ जो उगाते है देश लिए अनाज,
    बढ गई है जनसंख्या, कम हो गए है किसान!
  • अब तो बस चारो तरफ दिखते है होटलें और मकान ही मकान,
    कहा से लाए खेत और खलिहाल – क्या करेंगा अब मेरे #देश का किसान।
  • जमीन जल चुकी है आसमान बाकी है, सूखे कुएँ तुम्हारा इम्तहान बाकी है…
    वो जो खेतों की मेढ़ों पर उदास बैठे हैं, उनकी आखों में अब तक ईमान बाकी है।
  • बादलों बरस जाना समय पर इस बार,
    किसी का मकान गिरवी तो किसी का लगान बाकी है।
  • हम आराम से बैठ कर भी रोज़ कुछ अलग खाने की गुज़ारिश करते है
    और किसान जो अपनी मेहनत से पूरे देश को खिला रहा है
    वो दो सूखी रोटियों में दिन का गुज़ारा करता है।
  • ये चार फ़िल्मी सितारे नहीं ये लाखों किसान हमारी शान है।
  • समंदर की लहरें मेरे क़दमों में यूं दम तोड़ देती हैं जैसे
    मर जाता है किसी के क़दमों में अपने घर को बचाने की गुहार लगाता किसान।
  • इस किसान प्रधान देश में किसान बस एक नौकर है और एक सेवक नेता प्रधान है।
  • टूटा फूटा घर मेरा, बस दो वक़्त की रोटी है साहब…
    हम बुरे हालातों से लडने वाले किसान, ज़िन्दगी हमारी बहुत छोटी है।

External Link: Agriculture and Forestry Exhibitions And Conferences

 

Check Also

APJ Abdul Kalam Popular Quotes

APJ Abdul Kalam Popular Quotes For Students and Children

APJ Abdul Kalam Popular Quotes: Avul Pakir Jainulabdeen “A. P. J.” Abdul Kalam (15 October …