किसान पर अनमोल विचार, शायरी व नारे
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December 19, 2021
Famous Hindi Quotes
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किसान पर अनमोल विचार, शायरी व नारे [4]
- कृष्ण सारे संसार के लिए किल्ली के समान है,
क्योंकि वह अन्य सभी का भार वहन कर रहा है।
- तुम हो तभी तो हम है – जिस्म बिना जान कहां,
किसानों बिना अनाज कहां – हर दर्द इनके दफन हो जाते हैं,
जब अनाज बनकर खेतों में लहलहाते हैं।
- इस दुनिया को खिलाने वाला बाप है मेरा,
और मुझे अपने पिता के किसान होने पर गर्व है।
- हरी कर दे झाड़ियाँ, फल दे पेड़ो को ईश्वर,
प्यासी वसुंधरा की प्यास बुझा जल दे मालिक।
- कहाँ छुपा के रख दूँ मैं अपने हिस्से की शराफ़त,
जिधर भी देखता हूँ उधर बेईमान खड़े हैं,
क्या खूब तरक्की कर रहा हैं अब देश देखिये,
खेतो में बिल्डर और सड़को पर किसान खड़े हैं।
- ना कड़ी धुप की फ़िक्र है उसे, ना घनघोर वर्षा की,
उसे तो सिर्फ दो वक्त की रोटी की फ़िक्र है, लेकिन वो भी उसके नसीब में नहीं है।
- अपनी फसलों को आधी दाम में भी,
बेचकर वो किसान खुश रहता हैं,
क्योंकि उसे अपनी कमाई से ज़्यादा,
दूसरों का पेट भरने में मजा आता है।
- हमें अपने पूरे जीवन में कभी-कभी डॉक्टर, वकील, इंजिनियर की जरूरत पड़ती हैं,
परन्तु हर दिन तीन टाइम हमें किसान की जरूरत पड़ती हैं।
- इस धरती परअगर किसी को सीना तानकर चलने का अधिकार हो,
तो वह धरती से धन-धान्य पैदा करने वाले किसान को ही है।
- खेतों को जब पानी की जरूरत होती है, तो आसमान बरसता है या तो आँखें।
- एक कहावत हैं – “उत्तम करे कृषि, मध्यम करे व्यापार और सबसे छोटे करे नौकरी”
ऐसा इसलिए कहा गया है क्योकि कृषि करने वाले लोग प्रकृति के सबसे करीब होते हैं और जो प्रकृति के करीब हो वह तो ईश्वर के करीब होता हैं।
- मिट्टी में सोना उपजाता, कहलाता जो अन्न का दाता,
धूप, ठण्ड हो चाहे बारिश, जिसको कोई रोक ना पाता,
वहीं तो एक सच्चा किसान कहलाता।
- किसानो से अब कहाँ वो मुलाकात करते हैं,
बस ऱोज नये ख्वाबो की बात करते हैं,
पैर हों जिनके मिट्टी में, दोनों हाथ कुदाल पर रहते हैं,
सर्दी, गर्मी या फिर बारिश, सब कुछ ही वे सहते हैं,
आसमान पर नज़र हमेशा, वे आंधी तूफ़ां सब सहते हैं,
खेतों में हरियाली आये, दिन और रात लगे रहते हैं,
मेहनत कर वे अन्न उगाते, पेट सभी का भरते हैं,
वो है मसीहा मेहनत का, उसको किसान हम कहते हैं।