Malala Yousafzai Quotes: मलाला युसुफ़ज़ई के विचार
मलाला युसुफ़ज़ई के अनमोल विचार विद्यार्थियों के लिए
- एक किताब, एक कलम, एक बच्चा और एक शिक्षक दुनिया बदल सकते हैं।
- जब पूरी दुनिया खामोश हो तब एक आवाज़ भी ताक़तवर बन जाती है।
- लोग कौन सी भाषा बोलते हैं, त्वचा का रंग या धर्म को लेकर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।
- अपनी बेटियों का सम्मान करिए। वे सम्माननीय हैं।
- आतंकवादियों ने सोचा वे मेरा लक्ष्य बदल देंगे और मेरी महत्त्वाकांक्षाओं को दबा देंगे, लेकिन मेरी ज़िन्दगी में इसके सिवा बदला: कमजोरी, डर और निराशा की मौत हो गयी। शक्ति, सामर्थ्य और साहस का जन्म हो गया।
- अगर आप खड़े हो कर बोलेंगे नहीं तो आतंकवाद और फैलेगा।
- मैं उस लड़की के रूप में याद किया जाना नहीं चाहती जिसे गोली मार दी गयी थी। मैं उस लड़की के रूप में याद किया जाना चाहती हूँ जिसने खड़े हो कर सामना किया।
- आप कहीं भी चले जाएं, स्वर्ग में भी, आप अपने घर को हमेशा याद करेंगे।
- मैं बस एक चीज चाहती हूँ – शिक्षा – और मैं किसी से नहीं डरती।
- मैं चरमपंथियों के बेटे-बेटियों के लिए शिक्षा चाहती हूँ, खासतौर से तालिबानियों के।
- मैं कहती हूँ कि मैं डर से शक्तिशाली हूँ।
- अगर आप एक तालिबानी को जूते से मारते हैं, तो आप में और उस तालिबानी में कोई अंतर नहीं रह जाता। आपको औरों के साथ क्रूरता और उतनी कठोरता से व्यवहार नहीं करना चाहिए, आप औरों से ज़रूर लड़िये लेकिन शांति, बातचीत और शिक्षा के माध्यम से।
- कुछ लोग और लोगों से कुछ करने के लिए कहते हैं। मेरा मानना है कि मैं किसी और का इंतज़ार क्यों करूँ? क्यों न मैं एक कदम उठाऊं और आगे बढ़ जाऊं।
- मेरा मानना है कि बन्दूक में कोई शक्ति नहीं है।
- मेरा मानना है कि ये एक औरत का अधिकार है कि वो डिसाइड करे कि उसे क्या पहनना है और अगर एक औरत बीच पर बिना कुछ पहने जा सकती है, तो वो सबकुछ क्यों नहीं पहन सकती?
- मैं अपना चेहरा नहीं ढकती क्योंकि मैं अपनी पहचान दिखाना चाहती हूँ।
- जब मैं पैदा हुई तो हमारे कुछ रिश्तेदार घर आये और मेरी माँ से कहा, “चिंता मत करिए, अगली बार आपको बेटा होगा।”
- मैं शांति में यकीन करती हूँ। मैं दया में यकीन करती हूँ।
- चलिए अब अपना भविष्य बनाएं, चलिए अपने सपनो को कल की हक़ीकत बनाएं।
- जब भगवान् ने आदमी और औरत बनाये, वो सोच रहे थे, “मैं अगले मनुष्य को पैदा करने की ताकत किसे दूँ?” और भगवान् ने औरत का चुनाव किया। और एक बहुत बड़ा प्रमाण है कि औरत शक्तिशाली है।
- एक बार मैंने भगवान् से एक या दो एक्स्ट्रा इंच की हाईट मांगी, लेकिन उसकी बजाय, उन्होंने मुझे आकाश जितना ऊँचा बना दिया, इतना ऊँचा कि मैं खुद को माप नहीं सकती… लोगों तक पहुँचने की ये ऊँचाई देकर, उन्होंने मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारियां भी दे दीं।
- मैं पहले ही मौत देख चुकी हूँ और मैं जानती हूँ कि मौत मुझे मेरे शिक्षा के मकसद में मदद कर रही है। मौत मुझे मारना नहीं चाहती।
- मैं उस तालिबानी से भी नफरत नहीं करती जिसने मुझे गोली मारी। अगर मेरे हाथ में बन्दूक भी हो और वो मेरे सामने खड़ा हो जाए, मैं उसे नहीं मरूंगी।
- अगर आप किसी व्यक्ति को मारते हैं तो ये दिखता है कि आप उससे डरे हुए हैं।
- अगर आप फ्यूचर जनरेशन पर फोकस नहीं करते, इसका मतलब आप अपने देश को बर्वाद कर रहे हैं।
- प्यारे बहने और भाइयों – हम रौशनी का महत्त्व तब समझते हैं जब हम अन्धकार देखते हैं।
- मैं कल के पाकिस्तान में गरीबी ख़त्म देखना चाहती हूँ। मैं चाहती हूँ पाकिस्तान की हर एक लड़की स्कूल जाए।
- मैं शिक्षा प्राप्त करुँगी – चाहे घर में, स्कूल में या कहीं और।
- इस्लाम हमसे कहता है हर एक लड़की और लड़का शिक्षित किया जाना चाहिए। मुझे नहीं पता तालिबान ये क्यों भूल गया है।
- मैंने नेल्सन मंडेला से बहुत कुछ सीखा है, और वो मेरे लीडर रहे हैं। वो मेरे दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए एक सतत प्रेरणा हैं।
- एक डॉक्टर केवल मरीजों का इलाज कर सकता है। एक डॉक्टर केवल उनकी मदद कर सकता है जिन्हें गोली लगी है या जो घायल हैं। लेकिन एक पॉलिटिशियन लोगों को घायल होने से रोक सकता है। एक पॉलिटिशियन एक ऐसा कदम उठा सकता है कि कल कोई डरा हुआ न हो।
- शिक्षा न ईस्टर्न है न वेस्टर्न। शिक्षा शिक्षा है और ये हर एक मानव का अधिकार है।
- मेरी कहानी दुनिया भर के हज़ारों बच्चों की कहानी है। मुझे आशा है ये औरों को अपने अधिकारों के लिए खड़े होने की प्रेरणा देगी।
- जिस दिन मुझे गोली मारी गयी, और उसके अगले दिन, लोगों ने “मैं मलाला हूँ” के बैनर उठाये। उन्होंने ये नहीं कहा कि “मैं तालिबान।”
- इस्लाम का मतलब शांति है।
- हो सकता है मैं भूतों और ड्रैगन जैसी चीजों से डर जाऊं, लेकिन मैं तालिबान से नहीं डरती।
- बहुत सारी समस्याएं हैं, लेकिन मुझे लगता है इन सभी समस्याओं का समाधान है; वो बस एक है, और वो शिक्षा है।
मलाला युसुफ़ज़ई की कथनी और करनी में बहुत अंतर है – देखें इससे जुड़े कुछ वीडियो
भारतीय पत्रकार और जनता ने कई बार नोबेल पुरस्कार विजेता सामाजिक कार्यकर्ता मलाला युसुफ़ज़ई से उनके देश पाकिस्तान में हिंदू किशोरियों के अपहरण, जबरन धर्मांतरण और विवाह के मामले को लेकर आवाज उठाने का अनुरोध किया।
“प्रिय मलाला, जब आप अपने व्यस्त दिनचर्या से थोड़ा मुक्त हों तब हिंदू लड़कियों के लिए आवाज उठाएं, जो जबरन धर्मांतरित होती हैं और बलात्कार की प्रतीक्षा कर रहे पुरुषों से शादी करती हैं। उनके पिता का असहाय रोदन सुनें और पाकिस्तान सेना पर सवाल उठाने की हिम्मत करें।”