- लोगों को शेयर करने की पॉवर देकर हम दुनिया को और अधिक पारदर्शी बना रहे हैं।
- चालीस लाख से अधिक बिजनेसेज के फेसबुक पर पेज हैं जिसे वे अपने कस्टमर्स से बातचीत करने के लिए प्रयोग करते हैं।
- शुरू में फेसबुक को एक कम्पनी के तौर पर नहीं बनाया गया था। इसे एक सोशल मिशन पूरा करने के लिए बनाया गया था – दुनिया को और अधिक ओपन और कनेक्टेड बनाना।
- जब आप सभी को एक आवाज़ और शक्ति दे देते हैं, तो आमतौर पर सिस्टम बहुत अच्छा बन जाता है। इसलिए, हम अपनी जो भूमिका देखते हैं, वो है लोगों को उस शक्ति को देना।
- फेसबुक वास्तव में कम्यूनिकेट करने और कहानियां बताने के बारे में है… हमे लगता है कि लोग सचमुच अंग दान के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद कर सकते हैं और अपने दोस्तों से इसमें हिस्सा लेने की चाहत के बारे में बता सकते हैं। और ये जो संकट है उसके समाधान का एक बड़ा हिस्सा हो सकता है।
- फेसबुक की सच्ची कहानी बस इतनी सी है कि हमने पूरे समय बड़ी मेहनत से काम किया है। मेरा मतलब, जो रियल स्टोरी है वो शायद बहुत बोरिंग है, नहीं? मेरा मतलब, हम छह साल तक अपने कंप्यूटर पर बैठ कर बस कोडिंग करते रहे।
- हम फेसबुक पर जो चीज करना चाह रहे हैं वो बस इतना ही कि लोग एक दुसरे से और अधिक कुशलता से कनेक्ट हों और कम्यूनिकेट करें।
- मुझे लगता है लोगों में खुद को व्यक्त करने की आन्तरिक इच्छा होती है कि वे कौन हैं। और मेरा मानना है कि ये हमेशा से अस्तित्व में थी।
- प्रश्न ये नही है कि “हम लोगों के बारे में क्या जानना चाहते हैं?”, प्रश्न ये है कि, “लोग अपने बारे में क्या बताना चाहते हैं?”
- मैंने सचमुच अपने छात्रावास के कमरे में फेसबुक कोड किया और वही से इसे लॉन्च किया। मैंने प्रति माह 85 $ पर एक सर्वर किराये पे लिया और साइड में एक ऐड लगा कर उसे फण्ड किया और तब से हम साइड में ऐड लगा कर ही इसे फण्ड कर रहे हैं।
- वो लोग मेरे फ्रेंड हैं जो कूल स्टफ बनाना पसंद करते हैं। हम हमेशा ऐसे लोगों के बारे में मजाक करते हैं जो बिना कुछ वैल्युएबल बनाए बस कम्पनियाँ बनाना चाहते हैं। सिलिकॉन वैली में ऐसे बहुत से हैं।
- मुझे मेरा पहला कंप्यूटर छठी क्लास के आस-पास मिला। जैसे ही ये मुझे मिला, मेरी दिलचस्पी ये जानने में हो गयी कि ये काम कैसे करता है और प्रोग्राम्स कैसे काम करते हैं और ये पता करना कि सिस्टम के अंदर गहराई में जाकर प्रोग्राम लिखे कैसे जाते हैं।
- हम फेसबुक को सबसे अच्छी जगहों में से एक बनाना चाहते हैं जहाँ लोग ये सीखने के लिए जा सकें कि चीजें बनती कैसे हैं।
- मैंने साईट तब शुरू की जब मैं 19 का था। तब मैं बिजनेस के बारे में बहुत नहीं जानता था।
- यूजर्स और जो लोग हमारी सेवाएँ प्रयोग करते हैं उनसे हमारा कमिटमेंट है कि फेसबुक एक फ्री सेवा है। ये अभी फ्री है। ये हमेशा फ्री रहेगी। हम विज्ञापनों और ऐसी ही चीजों से पैसे बनाते हैं।
- फेसबुक स्वाभाविक तौर पर वायरल है।
- जब मैं हार्वर्ड में था तो मैंने कुछ और चीजें बनायीं थीं जो एक तरह से फेसबुक के छोटे वर्जन्स थे।
- मैं सबकुछ अपने फ़ोन पर करता हूँ जैसा कि बहुत से लोग करते हैं।
- हम और अधिक लोगों की सेवा करने के लिए कंपनी चला रहे हैं।
- फेसबुक में जो बात सचमुच लोगों मोटीवेट करती है वो है ऐसी चीजें बनाना जिस पर उन्हें गर्व हो।
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