स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचार विद्यार्थियों और बच्चों के लिए
- बस वही जीते हैं, जो दूसरों के लिए जीते हैं।
- शक्ति जीवन है, निर्बलता मृत्यु है। विस्तार जीवन है, संकुचन मृत्यु है। प्रेम जीवन है, द्वेष मृत्यु है।
- हम जो बोते हैं वो काटते हैं। हम स्वयं अपने भाग्य के विधाता हैं। हवा बह रही है, वो जहाज जिनके पाल खुले हैं, इससे टकराते हैं, और अपनी दिशा में आगे बढ़ते हैं, पर जिनके पाल बंधे हैं हवा को नहीं पकड़ पाते। क्या यह हवा की गलती है?… हम खुद अपना भाग्य बनाते हैं।
- ना खोजो ना बचो, जो आता है ले लो।
- शारीरिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक रूप से जो कुछ भी कमजोर बनता है – उसे ज़हर की तरह त्याग दो।
- एक समय में एक काम करो और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।
- कुछ मत पूछो, बदले में कुछ मत मांगो। जो देना है वो दो, वो तुम तक वापस आएगा, पर उसके बारे में अभी मत सोचो।
- जो तुम सोचते हो वो हो जाओगे। यदि तुम खुद को कमजोर सोचते हो, तुम कमजोर हो जाओगे, अगर खुद को ताकतवर सोचते हो, तुम ताकतवर हो जाओगे।
- मनुष्य की सेवा करो। भगवान की सेवा करो।
- मस्तिष्क की शक्तियां सूर्य की किरणों के समान हैं। जब वो केन्द्रित होती हैं, चमक उठती हैं।
- आकांक्षा, अज्ञानता और असमानता – यह बंधन की त्रिमूर्तियां हैं।
- यह भगवान से प्रेम का बंधन वास्तव में ऐसा है जो आत्मा को बांधता नहीं है बल्कि प्रभावी ढंग से उसके सारे बंधन तोड़ देता है।
- कुछ सच्चे, इमानदार और उर्जावान पुरुष और महिलाएं, जितना कोई भीड़ एक सदी में कर सकती है उससे अधिक एक वर्ष में कर सकते हैं।
- जब लोग तुम्हे गाली दें तो तुम उन्हें आशीर्वाद दो। सोचो, तुम्हारे झूठे दंभ को बाहर निकालकर वो तुम्हारी कितनी मदद कर रहे हैं।
- खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।
- धन्य हैं वो लोग जिनके शरीर दूसरों की सेवा करने में नष्ट हो जाते हैं।
- श्री रामकृष्ण कहा करते थे, “जब तक मैं जीवित हूँ, तब तक मैं सीखता हूँ”। वह व्यक्ति या वह समाज जिसके पास सीखने को कुछ नहीं है वह पहले से ही मौत के जबड़े में है।
swami vivekananda ke upar bahut hi acche aur prerak sandesh diye hain aapne. aakhir is mahapurush ko kaun bhartiya bhool sakta hai jisne apne desh kaa gaurav saare sansar me failaya.
Very nice quote!
Very inspiring Quotes! Bro! Your work is amazing.