रादौर के गावं धौलरा में स्थित प्राचीन भगवान बलभद्र के मंदिर के प्रति हरियाणा ही नहीं बल्कि अन्य पड़ोसी राज्यों के लोगो की भी गहरी आस्था है। इस मंदिर की मान्यता है की निसंतान लोग अगर यहां सच्चे दिल से मन्नत मांगते हैं तो उन्हें संतान प्राप्ति होती है। मंदिर के इतिहास के बारे में एक श्रद्धालु ने बताया की मंदिर में स्थापित मूर्ति हजारों वर्ष पूर्व खुदाई के दौरान मिली थी।
जगाधरी के एक सेठ बंसीलाल के यहां कोई संतान नहीं थी। तभी उनके सपने में भगवान बलभद्र जी ने दर्शन दिए और सेठ बंसीलाल को गांव धौलरा में उनका एक मंदिर बनवाने को कहा। तब सेठ बंसीलाल ने यहां भव्य मंदिर का निर्माण करवाया। जिसके बाद बंसीलाल के घर बेटे ने जन्म लिया।
तभी से गांव में हर वर्ष अक्षया तृतीय के दिन मेले का आयोजन होता आ रहा है। मंदिर में सभी की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मंदिर में हजारों लोगों की संतान होने की कामनाएं पूरी हो चुकी है। दूर-दूर से श्रद्धालु संतान की कामना को लेकर मंदिर में दर्शनों के लिए आते हैं।
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