Hanuman Mantra: Vandana and Stuti - बजरंगबली के चमत्कारिक मंत्र

Hanuman Mantra: Vandana and Stuti – बजरंगबली के चमत्कारिक मंत्र

Lord Hanuman is considered to be an incarnation of Lord Shiva. Shri Hanuman is the epitome of sincere devotion and dedication, being a great disciple of Lord Rama. Sri Hanuman is a celibate god, who represents strength, divinity, courage and devotion. Hanuman is worshiped by people to attain knowledge, wisdom, strength and valor. Lord Hanuman Mantra becomes part of prayers offered to the lord. Shri Hanuman Mantra or Mantra of God Hanuman is as follows:

Hanuman Mantra: Hanuman Vandana and Stuti

Manojavam Maruta-Tulya Vegam, 
Jitendriyam Buddhi Mataam Varishtham।
Vaata-Atmajam Vaanara Yooth Mukhyam,
Shree Rama Dootam Sharnam Prapadye ।। 1।।

मनोजवं मारुततुल्यवेगं, 
जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, 
श्री रामदूतं शरणं प्रपद्ये ।। 1।।

Meaning: Lord Hanuman is the messenger of Lord Rama. His pace is as rapid as the wind and as quick as the mind. Hanuman has constrained his sense organs. He is the most intelligent among the intelligent ones. Hanuman is the son of Vayu (Pawan) and the chief of the monkey tribe. We surrender ourselves to Lord Hanuman. (1)

Atulita Bal Dhaamam Hem Shailaabh Deham,1
Danuja Van Krashaanum Gyaaninaam Agraganyam।
Sakal Gun Nidhaanam Vaanaraanaam Dheesham,
Raghupati Priy Bhaktam Vaat Jaatam Namaami ।। 2।।

अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं,
दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।
सकलगुणनिधानंवानरणामधीशं, 
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि: ।। 2।।

Meaning: My salutations to Lord Hanuman, is the Son of Vayu (wind), Who is the abode of immeasurable strength, possessing a body shining like a mountain of gold, Who is like the fire for the forest like demons, Who is foremost among the learned, House of all virtues, the chief of the monkeys Rama’s beloved devotee, I salute to the son of the wind. (2)

Yatra-Yatra Raghunath Keertanam,
Tatra-Tatra Krita Mastak-Aanjalim।
Vaashpa Vaari Paripoorna Lochanam,
Marutim Namat Rakshas-Aantakam ।। 3।।

यत्र यत्र रघुनाथकीर्तनं,
तत्र तत्र कृतमस्तकांजलिम्।
वाष्पवारिपरिपूर्णलोचनं,
मारुतिम् नमत राक्षसान्तकम ।। 3।।

Meaning: My salutation to Lord Hanuman, who is always present at a place wherever praise of Lord Rama is sung with head bowed in veneration and with eye full of tears. The son of wind, I salute, who is destroyer of the demons. (3)

Chanting of this mantra with a sincere heart provides courage and wisdom.

बजरंगबली के 5 चमत्कारिक मंत्र:

1. ॐ दक्षिणमुखाय पच्चमुख हनुमते करालबदनाय

  • मंगलवार के दिन उपरोक्त मंत्र का जाप करने से व्यक्ति प्रेत बाधा एवं अन्य नकारात्मक शक्तियों से बचा रहता है।

2. नारसिंहाय ॐ हां हीं हूं हौं हः सकलभीतप्रेतदमनाय स्वाहाः

  • इस मंत्र का जाप करना बेहद लाभकारी है। इसका जाप 11 या 21 बार किया जाना चाहिए। यह मंत्र भी प्रेत बाधा एवं अन्य नकारात्मक शक्तियों से बचाव करता है।

3. ॐ पूर्वकपिमुखाय पच्चमुख हनुमते टं टं टं टं टं सकल शत्रु सहंरणाय स्वाहा।

  • इस मंत्र का जाप अगर मंगलवार या शनिवार को किया जाए तो व्यक्ति पर उसके शत्रु हावी नहीं होते हैं।

4. मर्कटेश महोत्साह सर्वशोक विनाशन।

  • मंगलवार के दिन उपरोक्त मंत्र का जाप 108 बार करें। इससे नौकरी लगने में आ रही बाधा दूर हो जाती है।

5. मंगल भवन अमंगलहारी द्रवहु सो दशरथ अजिर विहारी।

  • इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। साथ ही मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती हैं। इस मंत्र का जाप रोजाना किया जा सकता है।

6. ऊं हं हनुमते नम:

  • इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को हर कष्ट और रोग से मुक्ति मिल जाती है। यह मंत्र बेहद लाभकारी होती है।

Check Also

हनुमान भक्त स्वामी विवेकानंद बनना चाहते थे गिलहरी

हनुमान भक्त स्वामी विवेकानंद बनना चाहते थे गिलहरी

‘जब तक एक भी हिन्दू व्यक्ति जीवित है… तब तक रहेगी माता सीता की कथा’ …