बेअरिंग की चोरी: हिंदी जासूसी कहानी – पेज 3
“चोर बहुत ही चालाक मालूम पड़ता है, श्रीकांत साहब। लेकिन आप फिक्र न करें, मेरी निगाहों से बच कर वह नहीं सकता। आप मुझे अपना स्टोर दिखाइए,” राकेश ने कहा।
श्रीकांत राकेश को लेकर स्टोर में गए। उनके दफ्तर से स्टोर की दूरी लगभग 100 गज की थी। यह एक बहुत बड़ा स्टोर था। इसे गोदाम भी कहा जा सकता था। स्टोर के भीतर तरह तरह के शेल्फ थे, जिन में प्लास्टिक की बड़ी बड़ी रंगीन ट्रे रखी हुई थीं। ट्रे में विभिन्न साइज के बियरिंग भरे हुए थे।
स्टोर की छत काफी ऊंची थी। काफी ऊंचाई पर 2 छोटे छोटे रोशनदान बने हुए थे जिस वजह से ट्यूबलाइट जला कर ही स्टोर में रोशनी की जा सकती थी। 3 तरफ बंद दीवारें थीं और चौथी तरफ एक बड़ा सा लोहे का दरवाजा आने जाने के लिए था। दरवाजे के बाजू में और खिड़की थी। खिड़की के 2 दरवाजे लोहे की ग्रिल के बने थे।
खिड़की से निचे काउंटर बना हुआ था।
स्टोर के बाहर बड़ा सा बरामदा था। बरामदे में 8 – 9 मेजें और कुरसियां थीं जिन पर स्टोर विभाग के कर्मचारी काम करते थे। यह बरामदा लोहे की ग्रिल से घिरा हुआ था। ऊपर छत थी, नीचे गोदरेज की अलमारियां कतारों में रखी थीं। अलमारियों के सामने एक ओर स्टोर के मैनेजर एस.लाल की मेज कुरसी रखी हुई थी। वह वहीं पर बैठे हुए थे।
श्रीकांत ने एस.लाल से राकेश का परिचय कराया। औपचारिकता पूरी होने के बाद राकेश ने पूछा, “लाल साहब, क्या आपको अपने विभाग के किसी कर्मचारी पर शक है?”
“नहीं साहब, मुझे अपने विभाग के किसी कर्मचारी पर शक नहीं है क्योंकि हमारे विभाग के सभी कर्मचारी पिछले 10 वर्षों से भी अधिक समय से यहां पर कार्यरत हैं। किसी का भी पिछला रिकार्ड खराब नहीं है,” एस.लाल ने कहा।
“आप के विभाग में कितने कर्मचारी काम करते हैं?”
“जी, चपरासी को मिला कर कुल 10 व्यक्ति काम करते हैं।”
“क्या आप को भी मिला कर?”
“जी हां।”
“आपको और चपरासी को छोड़ कर शेष 8 आदमी क्या करते हैं?”
“हमारे यहां एक सुपरवाइजर, 4 रिकार्ड रखने वाले क्लर्क, 2 टेलीक्लर्क और एक हेल्पर है।”
“इनके क्या क्या कार्य हैं?”
“स्टोर के माल का हिसाब, रेकार्ड क्लर्क किताबों में रखते हैं। एक टेलीक्लर्क उत्पादन विभाग से आए माल को गिन कर स्वीकार करता है, दूसरा टेलीक्लर्क स्टोर के भीतर वाले माल को बाहर भेजने से पहले गिनता है। वह खिड़की वाले काउंटर पर बैठता है। हेल्पर का काम भीतर से माल निकालना और रखना होता है।”
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Bhai Iske Aage Ki story ka kya hua.
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