पहली बार सब एक दूसरे को घडी की सुइयों के हिसाब से चलता देखकर हँस पड़े, निक्की जो कि सबसे पहले ही पहुँची थी, सबको देखकर खुश होते हुए बोली – अब तो घंटी मैं ही बजाउंगी क्योंकि मैं सबसे पहले आई हूँ।
उसे डोर बेल कहते है – पढ़ाकू अमित अपने चश्में की कमानी ठीक करते हुए बोला।
हाँ वही, कहते हुए निक्की ने झट से डोर बेल बजा दी।
सागर ने पल भर में ही दरवाज़ा खोल दिया और बोला – अच्छा हुआ, तुम लोग जल्दी आ गए।
पूजा ने कमरे में इधर उधर देखते हुए कहा “हाँ”।
जिसे ढूंढ रही हो, वो मेरे कमरे में है – सागर ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया।
तभी सागर की मम्मी बोली – जल्दी से सब डाइनिंग टेबल पर आ जाओ, तुम्हारे मनपसंद फिंगर चिप्स बनाए है।
सभी के मुँह में पानी आ गया और सभी दौड़ते भागते फिंगर चिप्स पर हुए टूट पड़े।
ढेर सारी इधर उधर की गप्पों के बाद जब फिंगर चिप्स खत्म करने के बाद जब सब मेज के पास पहुँचे तो मेज बोली – निखिल और इशू ने अपना मैथ्स और फीज़िक्स का होमवर्क नहीं किया, मिहिर ने साइंस का और स्वप्निल ने हिंदी के दोहे नहीं याद किये।
सभी का मुँह आश्चर्य से खुला रह गया और उनके चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने लगी।
सागर बोला – अब इस मेज ने तुम सबको भी देख लिया है, इसलिए अगर तुम हमवर्क नहीं करोगे तो ये तुम्हारे घर भी बता दिया करेगी।
बाप रे…चलो चलो… जल्दी से चलकर बचा हुआ होमवर्क कम्प्लीट कर ले, वरना ये हम सबकी पिटाई करवा देगी और ये कहते हुए बच्चे वहाँ से नौ दो ग्यारह हो गए।
सबके जाने के बाद सागर अपनी मम्मी से लिपट गया और रोते हुए बोला – माँ, मुझे पता है, आपने मेज के नीचे स्पीकर लगा रखा है। मुझे आप ही होमवर्क याद दिलाते हो और आपने मेरे दोस्तों के होमवर्क नहीं करने की बातें भी सुन ली थी।
मम्मी सन्न रह गई और भर्राए गले से बोली – तो फ़िर तुम सारा होमवर्क क्यों करने लगे?
क्योंकि आप मेरा बहुत ध्यान रखती हो माँ, मैं आपकी बात नहीं सुनता था तो आप अपने सारे काम छोड़कर दिन भर मुझे हर समय होमवर्क की याद दिलाती थी और मैं उसके बाद भी स्कूल का काम छोड़कर खेलने चला जाता था।
तो अब स्पीकर हटा लूँ? – माँ ने सागर के आँसूं पोंछते हुए पूछा।
हाँ माँ, हटा लो,अब तो मेरा “न्यू ईयर रिजोल्यूशन” भी पूरा हो गया और मम्मी ने हँसते हुए सागर को गले लगा लिया।