Tag Archives: Ancient Hindu Temples of Lord Shiva in India

दक्षेश्वर महादेव मंदिर, कनखल, हरिद्वार

दक्षेश्वर महादेव मंदिर, कनखल, हरिद्वार उत्तराखण्ड

भारत देश में इतने मंदिर है कि इनकी गिनती करना बड़ा ही मुश्किल है। समय-समय पर हम आपको कई ऐतिहासिक मंदिरों के बारे में जानकारी प्रदान करते रहते हैं। हमेशा की तरह आज भी हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि शिव और उनके ससुराल से जुड़ा है इसके निर्माण के पीछे की …

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दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश

दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर, उज्जैन, मध्य प्रदेश

भारत के द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर (Mahakaleshwar Jyotirlinga) उज्जैन शहर में स्थित है। उज्जैन की पश्चिम दिशा में शिप्रा नदी प्रवाहमान है। जहां हर बारह वर्ष में कुंभ का मेला लगता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार पश्चिम दिशा में भूमिगत पानी का स्रोत धार्मिकता बढ़ाता है। इसी कारण उज्जैन शहर धार्मिक नगरी के रूप में ज्यादा प्रसिद्ध …

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चूड़ामणि देवी मंदिर, चुड़ियाला गांव, रुड़की, उत्तराखंड

चूड़ामणि देवी मंदिर, चुड़ियाला गांव, रुड़की, उत्तराखंड

उत्तराखंड में एक ऐसा अनोखा मंदिर है जहां से चोरी करने पर हर शख्स की मनोकामना पूरी होती है। रुड़की के चुडिय़ाला गांव स्थित प्राचीन सिद्धपीठ चूड़ामणि देवी मंदिर में पुत्र प्रप्ति की इच्छा रखने वाले दंपति माथा टेकने आते है। यहां पर मान्यता है कि जिन्हें पुत्र की चाह होती है वह जोड़ा मंदिर में आकर माता के चरणों …

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बृहदेश्वर मंदिर, तंजावुर, तमिलनाडु: द्रविड़ वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण

बृहदेश्वर मंदिर, तंजावुर, तमिलनाडु

तंजावुर का बृहदेश्वर मंदिर: नींव नहीं फिर भी सब कुछ भव्य-विशाल, 200 फुट की ऊँचाई और 81000 किलो का पत्थर बृहदेश्वर मंदिर की वास्तुकला न केवल विज्ञान और ज्यामिति के नियमों का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है, बल्कि इसकी संरचना कई रहस्य भी उत्पन्न करती है। मंदिर का निर्माण द्रविड़ वास्तुशैली के आधार पर हुआ है। तमिलनाडु के तंजावुर में स्थित बृहदीश्वर …

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ब्रज के महादेव मंदिर: आश्वेश्वर, रंगेश्वर और गोपेश्वर महादेव मंदिर

ब्रज के महादेव मंदिर: आश्वेश्वर, रंगेश्वर और गोपेश्वर महादेव मंदिर

देश भर में भगवान शंकर के ऐसे कई नामचीन मंदिर हैं, जिनके बारे में बताने की किसी को ज़रूरत नहीं। वो अपने आप में इतने प्रसिद्ध हैं कि उनकी प्रसिद्ध पर किसी को प्रकाश डालने की कोई ज़रूरत नहीं है। लेकिन क्या आपको पता है कि आज भी कई ऐसे भी मंदिर हैं, जिन से जुड़ा इतिहास लोगों से रूबरू …

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भीमाकाली मंदिर शक्तिपीठ, सराहन, हिमाचल प्रदेश

भीमाकाली मंदिर शक्तिपीठ, सराहन, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश के सराहन में भीमाकाली मंदिर अवस्थित है। देवी सती का बायां कान इस स्थान पर गिरा था इसलिए यह स्थान शक्तिपीठ कहलाता है। मान्यता है की इस मंदिर का निर्माण लगभग 800 वर्ष पूर्व हुआ था। दन्त कथा के अनुसार, देवी भीमाकाली महान हिंदू ऋषि ब्रह्मगिरी के लकड़ी के स्टाफ में सबसे पहले दिखाई दी। भीमाकाली मंदिर परिसर …

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बादामी गुफा मंदिर, बादामी, बागलकोट जिला, कर्नाटक

बादामी गुफा मंदिर, बादामी, बागलकोट जिला, कर्नाटक

  भारत देश में ऐसी बहुत सी ऐतिहासिक और प्रसिद्ध गुफाएं हैं, जिनका रहस्य आज तक कोई सुलझा नहीं पाए। आज हम आपको ऐसी ही एक गुफा के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने अंदर कितने रहस्य और सुंदरता को समेटे हुए हैं। इस गुफा के बारे में ज्यादा लोग नहीं जानते हैं कि ये गुफा कहां और …

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आलोर लिंगई माता मंदिर, आलोर गांव, छत्तीसगढ़, भारत

आलोर लिंगई माता मंदिर, आलोर गांव, छत्तीसगढ़, भारत

प्राचीन मंदिरों की गिनती करनी हो तो उस गिनती में सबसे पहले भारत के मंदिर शामिल होते हैं। कहा जाता है कि हिंदू धर्म से जुड़े जितने मंदिर और धार्मिक स्थल भारत में है उतने किसी और देश में नहीं है। इशका कारण है हमारे देश का इतिहास। भारत देश में इतने ऐतिहासिक और प्राचीन शहर है, जो यहां के …

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काठगढ़ महादेव मंदिर, कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश

काठगढ़ महादेव मंदिर, जिला कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश की भूमि को देवभूमि कहा जाता है। यहां पर बहुत से आस्था के केंद्र विद्यमान हैं। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के इंदौरा उपमंडल में काठगढ़ महादेव का मंदिर स्थित है। यह विश्व का एकमात्र मंदिर है जहां शिवलिंग ऐसे स्वरुप में विद्यमान हैं जो दो भागों में बंटे हुए हैं अर्थात मां पार्वती और भगवान शिव के …

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देव सोमनाथ मंदिर, डूंगरपुर, राजस्थान

देव सोमनाथ मंदिर, डूंगरपुर, राजस्थान

डूंगरपुर से 24 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में स्थित भगवान महादेव का एक ऐसा मंदिर है, जिसका निर्माण 12वीं शताब्दी में हुआ था। यह नदी के किनारे पर बना एक प्राचीन शिव मंदिर है। इस मंदिर की खासियत है कि इस तीन मंजिला मंदिर की इमारत पूरी तरह से पत्थर से ही बनी हुई है। एक पत्थर के ऊपर दूसरे पत्थर से …

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