Tag Archives: Children Stories for Children

Janmashtami: Story of Lord Krishna’s birth

Janmashtami: Story of Lord Krishna's birth

Janmashtami: Story of Lord Krishna birth – Old King Ugrasena of Mathura (Uttar Pradesh, India) had two children, Prince Kamsa and Princess Devaki. While King Ugrasena was a good king, Prince Kamsa was a ruthless tyrant. Now Princess Devaki was to wed a nobleman named Vasudeva. Kamsa out of the love he bore for his sister decided to be the …

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दादाजी की सीख: पर्यावरण संरक्षण पर हास्य हिंदी बाल कहानी

दादाजी की सीख: पर्यावरण संरक्षण पर बाल कहानी

“सुबह से इस बन्दर ने हड़कंप मचा रखा है” मम्मी ने खड़की से बाहर की ओर झाँकते हुए कहा। मम्मी की बात सुनते ही टीनू ने पास रखी किताब उठाई और पढ़ने का नाटक करने लगा। मम्मी ने टीनू को देखा और कहा – “तुम सिर के बल क्यों नहीं खड़े हो जाते”? “क्यों मम्मी”? टीनू ने मासूमियत से पूछा। …

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Kabuliwala: Bengali short story written by Rabindranath Tagore

Kabuliwala - Rabindranath Tagore Classic English Short Story

My five years’ old daughter Mini cannot live without chattering. I really believe that in all her life she has not wasted a minute in silence. Her mother is often vexed at this, and would stop her prattle, but I would not. To see Mini quiet is unnatural, and I cannot bear it long. And so my own talk with …

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ईद मुबारक Eid Special Short Hindi Moral Story For Muslim Children

Eid Special Short Hindi Moral Story ईद मुबारक

ईद मुबारक पर कहानी – चारों ओर ईद की तैयारियाँ चल रही थीं। नगमा एक गरीब महिला थी, जो लोगों के घर काम करके पैसा कमाती थी। उसके साथ उसकी दस साल की बेटी सलमा भी अपनी माँ का काम समेटने में मदद करती थी। नगमा मोहम्मद साहब के घर काम करती थी। ईद के इस पावन पर्व पर मोहम्मद …

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ईदगाह: प्रेमचंद की लोकप्रिय कहानी

ईदगाह - Heart Touching Hindi Story by Munshi Premchand

ईदगाह: प्रेमचंद की लोकप्रिय कहानी – मुंशी प्रेमचंद (अंग्रेज़ी: Munshi Premchand, जन्म: 31 जुलाई, 1880 – मृत्यु: 8 अक्टूबर, 1936) भारत के उपन्यास सम्राट माने जाते हैं जिनके युग का विस्तार सन् 1880 से 1936 तक है। यह कालखण्ड भारत के इतिहास में बहुत महत्त्व का है। इस युग में भारत का स्वतंत्रता-संग्राम नई मंज़िलों से गुज़रा। प्रेमचंद का वास्तविक …

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निबलू की होली: शिक्षाप्रद हिंदी बाल कहानी

निबलू की होली: शिक्षाप्रद हिंदी बाल कहानी

निबलू की होली: निबलू बहुत देर से बैठा-बैठा शेरू के कान उमेंठ रहा था। बेचारा शेरू रह-रह कर दर्द के मारे कूँ-कूँ करके भागने की कोशिश कर रहा था पर चेन छोटी होने के कारण वह भाग भी नहीं पा रहा था। तभी मम्मी कमरे से बाहर निकल कर आई और बोली – “मैं होली के लिए मिठाई और गुलाल …

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दोस्ती के रंगों वाली होली: दोस्तों संग होली के त्यौहार पर प्रेरणादायक कहानी

दोस्ती के रंगों वाली होली: प्रेरणादायक हिंदी कहानी

दोस्ती के रंगों वाली होली: “मैं होली पर बड़ी वाली लाल पिचकारी खरीदूंगा” अम्बर ने माही से कहा। “मैं तो पीले रंग वाली खरीदूंगी जो तेरी लाल से भी बड़ी होगी” माही ने कहा। “और मेरे से बड़ी पिचकारी तो किसी की हो ही नहीं सकती, जैसा कि तुम सभी जानते हो” सचिन ने मुस्कुराते हुए कहा। “मैं लाल और पीला …

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बिट्टू की दिवाली: प्रेरणादायक हिंदी बाल-कहानी

बिट्टू की दिवाली: प्रेरणादायक हिंदी बाल-कहानी

बिट्टू की दिवाली: प्रेरणादायक हिंदी बाल-कहानी – बहुत सारे पटाखे, मिठाई और नए नए कपड़े चाहिए मुझे इस दिवाली पर… कहता हुआ नन्हा बिट्टू पैर पटककर माँ के सामने जमीन पर ही लोट गया। उसकी मम्मी ने अपनी हँसी को दबाते हुए कहा – “हाँ – हाँ, सब ले आयेंगे”। यह सुनकर बिट्टू बड़े ही लाड़ से माँ के गले में …

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ऐसे मना दशहरा: मंजरी शुक्ला की हास्यप्रद बाल-कहानी दशहरा के त्योहार पर

हास्यप्रद बाल-कहानी: ऐसे मना दशहरा

ऐसे मना दशहरा:  “दशहरे पर मैं रावण देखने जाऊंगी” दस साल की चित्राणी ने एलान कर दिया। “और मैं हमेशा की तरह नहीं ले जाऊँगा” पापा ने अखबार पढ़ते हुए ही जवाब दिया। “क्या हो जाएगा, अगर हम लोग रावण देखने चले जाएँगे… पूरी दुनिया तो जाती है” मम्मी ने हर साल की तरह रटा रटाया वाक्य दोहराया। मम्मी की …

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