प्रकृति की गोद में, करें ध्यान और योग, प्राणायाम से नष्ट हों जीवन के सब रोग। जीवन के सब रोग मिटें, आनंद मिलेगा, सकारात्मक उर्जा होगी तो हृदय खिलेगा। कवि हो जाता धन्य देख यह दृष्य सुहाना, ऐसे सुख से बढ़ कर सुख न हमने जाना। ~ रजनीश माँगा क्या है “ध्यान और योग” का मेल ‘ध्यान’ चेतन मन की …
Read More »माँ: ओम व्यास ओम – माँ पर मार्मिक कविता
माँ संवेदना है, भावना है, अहसास है माँ, माँ जीवन के फूलों में खुशबू का वास है माँ। माँ रोते हुए बच्चे का खुशनुमा पलना है माँ, माँ मरूथल में नदी या मीठा सा झरना है माँ। माँ लोरी है, गीत है, प्यारी सी थाप है माँ, माँ पूजा की थाली है, मंत्रों का जाप है माँ। माँ आँखों का सिसकता हुआ किनारा …
Read More »तेरा राम नहीं: निदा फ़ाज़ली की ज़िन्दगी पर कविता
We all live our lives and the fact is that no body’s experiences can really help us in real sense. Here is a reflection on these realities. A lovely poem by Nida Fazli. तेरे पैरों चला नहीं जो धूप छाँव में ढला नहीं जो वह तेरा सच कैसे, जिस पर तेरा नाम नहीं है? तुझ से पहले बीत गया जो …
Read More »हिमालय से भारत का नाता: गोपाल सिंह नेपाली
Currently, we face confrontation on our northern border. China from across Himalaya is becoming aggressive. Here is an old and famous poem of Gopal Singh Nepali about the relationship of Himalaya with India. गोपाल सिंह नेपाली (Gopal Singh Nepali) का 11 अगस्त 1911 को बेतिया, पश्चिमी चम्पारन (बिहार) में जन्म हुआ। गोपाल सिंह नेपाली को हिन्दी के गीतकारों में विशेष …
Read More »Ramdhari Singh Dinkar Old Classic Poem about Himalayas मेरे नगपति! मेरे विशाल!
Here is excerpt from an old classic from Dinkar, exhorting Himalaya the great snow-covered king of mountains (Nagpati), that stands tall and eternally on the north of Indian subcontinent, to save India from its decline. The poem seems to have been written while India was under captivity of the English. मेरे नगपति! मेरे विशाल!: रामधारी सिंह दिनकर मेरे नगपति! मेरे विशाल! …
Read More »क्रिसमस: क्रिसमस डे पर हिंदी बाल-कविता
क्रिसमस डे पर कविता: राहुल उपाध्याय छुटि्टयों का मौसम हैत्योहार की तैयारी हैरौशन हैं इमारतेंजैसे जन्नत पधारी है।कड़ाके की ठंड हैऔर बादल भी भारी हैबावजूद इसके लोगों में जोश हैऔर बच्चे मार रहे किलकारी हैंयहाँ तक कि पतझड़ की पत्तियाँ भीलग रही सबको प्यारी हैंदे रहे हैं वो भी दानजो धन के पुजारी हैं।खुश हैं ख़रीदारऔर व्यस्त व्यापारी हैंखुशहाल हैं …
Read More »क्रिसमस आया क्रिसमस आया: छोटे बच्चों की कविता
क्रिसमस आया क्रिसमस आया,बच्चों का है मन ललचाया।सैंटा क्लॉज आएंगे,नए खिलौने लाएंगे।सैंटा क्लॉज ने दी आवाज,एनी आओ, पेनी आओ,जॉनी आओ, जॉन आओ,यीशु की ये याद का दिन है,बच्चों का ये प्यार का दिन है। ∼ वर्षा रस्तोगी
Read More »आया है भाई हैप्पी क्रिसमस: बड़े दिन पर हिंदी बाल-कविता
गोलू, सोनू छोड़ो असमंजस,आया है भाई हैप्पी क्रिसमस।लो आई मस्ती की बहार,मांगो क्या चाहिए उपहार,सांता क्लॉज़ उनको ही देंगे,जिनका होगा सद्व्यवहार,किस उधेड़-बुन में गए फंस,आया है भाई हैप्पी क्रिसमस।ईसा मसीह का जन्मदिन,क्रिसमस ट्री सजाने का दिन,सभी मिल गाओ ताक-धिना-धिन,तोहफों का आनंद लो हंस हंस,आया है भाई हैप्पी क्रिसमस। ∼ विपिन
Read More »सांता आओ: क्रिसमस पर बाल-कविता
सांता आओ सांता आओशांति और खुशहाली लाओचॉकलेट टॉफियां हुई पुरानीदेश प्रेम का सन्देश लाओसांता आओ सांता आओशांति और खुशहाली लाओआतंकवाद बढ़ा है देश मेंउसको दूर भगाओसांता आओ सांता आओशांति और खुशहाली लाओन्यारी प्यारी दुनिया सारीआतंकवाद से बिगड़ रही हैसबको प्यार का पाठ पढ़ाओसांता आओ सांता आओशांति और खुशहाली लाओ ∼ शिवांगी गोस्वामी [रॉयन इंटरनेशनल स्कूल, कक्षा – ५ ‘अ’ – जयपुर, राजस्थान]
Read More »दिवाली के त्यौहार पर कविता: आई रे आई दिवाली
आई रे आई दिवाली पटाखे तोहफे लायी दिवाली दिल को खुश करने आई दिवाली आई रे आई दिवाली आई रे आई दिवाली मज़े करते हुए बच्चे देखो मम्मी का ना पापा का डर है स्कूल का ना टीचर का डर है बल्ब फूल लगते पापा मंदिर सजाती देखो मम्मी बच्चे हैं खेलते कूदते पटाखों में एकदम मस्त हैं खाना देखो …
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