Tag Archives: Culture And Traditions Messages for Kids

Navratri Quotes For Students And Children

Navratri Quotes

Navratri Quotes For Students And Children: Navratri is one of the most prominent festivals of India and is celebrated with great vigor and enthusiasm. Not many know that Navratri is observed during four different periods of the year, namely the ‘Vasanta Navratri’, ‘Ashad Navratri’, ‘Sharad Navratri’ as well as ‘Pausha Navratri’. While the ‘Vasanta Navratri’ is celebrated during the months of …

Read More »

भगत सिंह के अनमोल वचन विद्यार्थियों के लिए

भगत सिंह के अनमोल वचन

अमर शहीद सरदार भगत सिंह (जन्म: 28 सितंबर, 1907, लायलपुर, पंजाब – मृत्यु: 23 मार्च, 1931, लाहौर, पंजाब) का नाम विश्व में 20वीं शताब्दी के अमर शहीदों में बहुत ऊँचा है। भगत सिंह ने देश की आज़ादी के लिए जिस साहस के साथ शक्तिशाली ब्रिटिश सरकार का मुक़ाबला किया, वह आज के युवकों के लिए एक बहुत बड़ा आदर्श है। भगत सिंह …

Read More »

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के अनमोल विचार

Sarvepalli Radhakrishnan

Name: Dr. Sarvepalli Radhakrishnan / डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन Born: 5 सितम्बर 1888 तिरुट्टनी, तमिल नाडु, भारत Died: 17 अप्रैल 1975 (आयु: ८८ वर्ष) चेन्नई, तमिल नाडु, भारत Political Party: स्वतन्त्र Profession: राजनीतिज्ञ, दार्शनिक, शिक्षाविद, विचारक Achievement: भारत के दूसरे राष्ट्रपति, 1954 में भारत रत्न से सम्मानित, Nobel Prize for Literature के लिए लगातार पांच सालों (1933–1937) तक नॉमिनेट हुए, हालांकि …

Read More »

देशभक्ति उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए

Famous Patriotism Hindi Quotes देशभक्ति उद्धरण

देशभक्ति उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए: देशभक्ति का तात्पर्य अपने देश के साथ प्रेम करना है। यह मानव के हृदय में जलने वाली ईश्वरीय ज्वाला है जो अपनी जन्म भूमि को अन्य सभी से अधिक प्यार करने की शिक्षा देती है। देशभक्त अपने देश के लिए बड़े से बड़े त्याग करने के लिए आतुर रहते हैं और अपनी मातृभूमि के …

Read More »

माँ और मातृत्व पर उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए

माँ और मातृत्व पर उद्धरण - Famous Hindi Quotes on Mother & Motherhood

माँ और मातृत्व पर उद्धरण विद्यार्थियों और बच्चों के लिए: माँ एक अनुभूति, एक विश्वास, एक रिश्ता नितांत अपना सा। गर्भ में अबोली नाजुक आहट से लेकर नवागत के गुलाबी अवतरण तक, मासूम किलकारियों से लेकर कड़वे निर्मम बोलों तक, आँगन की फुदकन से लेकर नीड़ से सरसराते हुए उड़ जाने तक, माँ मातृत्व की कितनी परिभाषाएँ रचती है। स्नेह, …

Read More »