हैप्पी न्यू इयर: सरदार टूक टूक – नव वर्ष का यह उत्सव पूरी दुनिया में बड़ी ही धूमधाम और हर्षोल्लास से मनाया जाता है। सभी लोगों का मानना है कि नया साल हमेशा नई उम्मीदें और खुशियां लेकर आता है। इसलिए सभी लोग नए साल के अवसर पर खुशी से इसका स्वागत करते है। सभी लोग 31 दिसंबर की रात …
Read More »ऐसा नया साल: मनोज भावुक की नव वर्ष के विषय पर बेहतरीन कविता
ऐसा नया साल: मनोज भावुक (born 2 January 1976) भोजपुरी में लिखने वाले एक भारतीय कवि, अभिनेता, टेलीविजन प्रस्तुतकर्ता और पटकथा लेखक हैं, जो भोजपुरी सिनेमा में सक्रिय हैं। उन्हें फिल्मफेयर और फेमिना भोजपुरी आइकॉन द्वारा “साहित्य में उत्कृष्ट योगदान” की श्रेणी में सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने कई पुरस्कृत पुस्तकें लिखी हैं। वह भोजपुरी भाषा और साहित्य को …
Read More »काका की अमरीका यात्रा – काका हाथरसी
काका की अमरीका यात्रा काका कवि पाताल को चले तरुण के संग अंग-अंग में भर रहे, हास्य व्यंग के रंग हास्य व्यंग के रंग, प्रथम अमरीका आए नगर-नगर में हंसी-ख़ुशी के फूल खिलाये कविता सुनकर मस्त हो गए सबके चोला कोका-कोला पर चढ़ बैठा काका-कोला। ठहरे जिन-जिन घरों में, दिखे अनोखे सीन बाथरूम में भी वहां, बिछे हुए कालीन बिछे …
Read More »खुशियों के त्यौहार Bal Kavita on Indian Festivals
खुशियों के त्यौहार: भारत त्यौहार और मेलों का देश है। वस्तुत: वर्ष के प्रत्येक दिन उत्सव मनाया जाता है। पूरे विश्व की तुलना में भारत में अधिक त्यौहार मनाए जाते हैं। प्रत्येक त्यौहार अलग अवसर से संबंधित है, कुछ वर्ष की ऋतुओं का, फसल कटाई का, वर्षा ऋतु का अथवा पूर्णिमा का स्वागत करते हैं। दूसरों में धार्मिक अवसर, ईश्वरीय …
Read More »बड़ा दिन: क्रिसमस त्यौहार पर हिंदी बाल-कविता
बड़ा दिन: 25 दिसंबर को बड़ा दिन कहा जाता है, इसका कारण है कि यूरोप में कुछ लोग जो ईसाई समुदाय से नहीं थे वे सूर्य के उत्तरायण के मौके को त्योहार के रूप में 25 दिसंबर को मनाया करते थे। इस दिन के बाद से दिन धीरे-धीरे बड़ा होना शुरू हो जाता है. यूरोप में इस दिन को गैर …
Read More »क्रिसमस: क्रिसमस डे पर हिंदी बाल-कविता
क्रिसमस डे पर कविता: राहुल उपाध्याय छुटि्टयों का मौसम हैत्योहार की तैयारी हैरौशन हैं इमारतेंजैसे जन्नत पधारी है।कड़ाके की ठंड हैऔर बादल भी भारी हैबावजूद इसके लोगों में जोश हैऔर बच्चे मार रहे किलकारी हैंयहाँ तक कि पतझड़ की पत्तियाँ भीलग रही सबको प्यारी हैंदे रहे हैं वो भी दानजो धन के पुजारी हैं।खुश हैं ख़रीदारऔर व्यस्त व्यापारी हैंखुशहाल …
Read More »The Pumpkin: English Poem to read on Thanksgiving Day Festival
The Pumpkin: John Greenleaf Whittier uses grandiose language in “The Pumpkin” to describe, in the end, his nostalgia for Thanksgivings of old and bounteous love for pumpkin pie, the enduring symbol of those holidays. The poem begins with strong imagery of pumpkins growing in a field and ends as an emotional ode to his now elderly mother, enhanced by similes. …
Read More »Thanksgiving: Harvest Festival Poem for Kids
Thanksgiving is a holiday in the United States and Canada when people give thanks. In the United States, it is on the fourth Thursday of November. In Canada it is on the second Monday of October. In 1863, Abraham Lincoln said the last Thursday of November would be a national Day of Thanksgiving for the United States. American immigrants brought …
Read More »Thankful: Thanksgiving Poem on being a Turkey
Thanksgiving Poem on being a Turkey: Thankful – In the United States, the Thanksgiving holiday is a four-day holiday over a weekend, starting on Thanksgiving Thursday and ending on Sunday. Families and friends usually eat a special meal together (usually with a turkey as the main dish). This meal also usually includes mashed potatoes, cranberry sauce, pumpkin pie, several casseroles, …
Read More »Love Never Dies: Guru Nanak Devotional Poetry
‘Guru Nanak Dev Ji’ was born on 15 April 1469 at Rāi Bhoi Kī Talvaṇḍī, now called Nankana Sahib, near Lahore, Pakistan. He was the son of Kalyan Chand Das Bedi and Mata Tripta. His father was a patwari (accountant) for crop revenue in the village of Talwandi. Guru Nanak Dev was married to Mata Sulakhni. Guru Nanak Dev Ji …
Read More »