Tag Archives: Culture and Traditions Poems for Students

The Pumpkin: English Poem to read on Thanksgiving Day Festival

English Poem about Thanksgiving: The Pumpkin

The Pumpkin: John Greenleaf Whittier uses grandiose language in “The Pumpkin” to describe, in the end, his nostalgia for Thanksgivings of old and bounteous love for pumpkin pie, the enduring symbol of those holidays. The poem begins with strong imagery of pumpkins growing in a field and ends as an emotional ode to his now elderly mother, enhanced by similes. …

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Thanksgiving: Harvest Festival Poem for Kids

Harvest Festival Poem for Kids: Thanksgiving

Thanksgiving is a holiday in the United States and Canada when people give thanks. In the United States, it is on the fourth Thursday of November. In Canada it is on the second Monday of October. In 1863, Abraham Lincoln said the last Thursday of November would be a national Day of Thanksgiving for the United States. American immigrants brought …

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Thankful: Thanksgiving Poem on being a Turkey

Thanksgiving Poem about being a Turkey: Thankful

Thanksgiving Poem on being a Turkey: Thankful – In the United States, the Thanksgiving holiday is a four-day holiday over a weekend, starting on Thanksgiving Thursday and ending on Sunday. Families and friends usually eat a special meal together (usually with a turkey as the main dish). This meal also usually includes mashed potatoes, cranberry sauce, pumpkin pie, several casseroles, …

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Love Never Dies: Guru Nanak Devotional Poetry

Guru Nanak Jayanti Recipes: Gurpurab Recipes

‘Guru Nanak Dev Ji’ was born on 15 April 1469 at Rāi Bhoi Kī Talvaṇḍī, now called Nankana Sahib, near Lahore, Pakistan. He was the son of Kalyan Chand Das Bedi and Mata Tripta. His father was a patwari (accountant) for crop revenue in the village of Talwandi. Guru Nanak Dev was married to Mata Sulakhni. Guru Nanak Dev Ji …

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मंगल दीप दिवाली: दिवाली पर हिंदी कविता

Motivational Hindi Poem about Diwali Festival मंगल दीप दिवाली

मंगल दीप दिवाली: दीपावली के शुभ दिन भारत में महालक्ष्मी की पूजा का विधान है। दीपावली के पूजन में दीपक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सिर्फ मिट्टी के दीपक का ही महत्व है। इसमें पांच तत्व हैं, मिट्टी, आकाश, जल, अग्नि और वायु। इस लिए प्रत्येक हिंदू अनुष्ठान में पंच तत्वों की उपस्थिति अनिवार्य होती है। मंगल दीप दिवाली वह …

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दिवाली आई, दिवाली आई: हिंदी बाल-कविता

Diwali Festival Hindi Rhyme दिवाली आई, दिवाली आई

दिवाली आई, दिवाली आई: हिंदी बाल-कविता दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। धूम धमक धूम-धूम, चकरी, बम, हवाई इनसे बचना भाई। दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। पटाखे बाजे धूम-धूम, धूम-धूम। आओ मिलकर नाचे गए हम और तुम…। घर घर दीप जलेंगे, आएगी मिठाई। दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। धूम धमक धूम-धूम, चकरी, …

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दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे: कविता

Diwali Festival Hindi Bal Kavita दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे

दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे: दिवाली भारतीयों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है और हमारे लिए लगभग कोई भी त्योहार आतिशबाजी के बिना पूरा नही माना जाता है। लोग पटाखों और आतिशबाजी को लेकर इतने उत्सुक होते हैं कि वह दिवाली के एक दिन पहले से ही पटाखे फोड़ना शुरु कर देते हैं और कई बार …

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दिवाली रोज़ मनाएं: दीपावली पर छोटी कविता

दिवाली रोज़ मनाएं - संदीप फाफरिया ‘सृजन’

दिवाली रोज़ मनाएं: भारत में यह त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है। धनतेरस से भाई दूज तक यह त्योहार चलता है। धनतेरस के दिन व्यापार अपने बहीखाते नए बनाते हैं। अगले दिन नरक चौदस के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करना अच्‍छा माना जाता है। अमावस्या के दिन लक्ष्मीजी की पूजा की जाती है। खील-बताशे का प्रसाद चढ़ाया जाता …

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करवा चौथ का चाँद: Karva Chauth Poem

Karva Chauth Festival Hindi Poem करवा चौथ का चाँद

करवा चौथ का चाँद: Karva Chauth Poem – ‘करवा चौथ‘ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, ‘करवा’ यानी ‘मिट्टी का बरतन’ और ‘चौथ’ यानि ‘चतुर्थी’। इस त्योहार पर मिट्टी के बरतन यानी करवे का विशेष महत्व माना गया है। सभी विवाहित स्त्रियां साल भर इस त्योहार का इंतजार करती हैं और इसकी सभी विधियों को बड़े श्रद्धा-भाव से पूरा …

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मां के हाथ का खाना: हिंदी बाल-कविता माँ के खाने के बारे में

मां के हाथ का खाना: हिंदी बाल-कविता माँ के खाने के बारे में

मां के हाथ का खाना कितना स्वादिष्ट होता है, यह तो हम सभी जानते हैंं। हर कोई अपने मां के हाथ के खाने का स्वाद कभी भी नहीं भुलता है। मां अपने खाने में प्यार डालती है, यही प्यार खाने को सबसे ज्यादा स्वादिष्ट बनाता है। मां को अच्छी तरह से पता रहता है की उसके बच्चे को किस तरह …

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