हनुमान और सुरसा का शिक्षाप्रद प्रंसग: हनुमान जी भगवान राम के परम् भक्त थे। जब लंका का राजा रावण सीता को हर कर ले गया तो राम और लक्ष्मण वन वन सीता को खोजने लगे। एक दिन वे घूमते हुए किष्कंधा पहुचे। वहाँ उनकी उनकी भेंट हनुमान से हुई। हनुमान सुग्रीव के मंत्री थे। उन्होंने सुग्रीव के साथ राम लक्ष्मण …
Read More »When Goddess Lakshmi Begged: Hindu Folktale
When Goddess Lakshmi Begged: Long Long ago there was a king in Jaisalmer whose name was Rawal Prithvi Singh. His kingdom was very prosperous. He built up his capital with latticed windows and large havelis (palaces). He also captured some areas of neighboring kingdoms. But he was not broadminded. His success made him unreasonable, foolish and haughty. When Goddess Lakshmi …
Read More »कबीर की सीख पर रोचक बाल-कथा: संयम
कबीर की सीख: एक नगर में एक जुलाहा (Weaver) रहता था। वह स्वभाव से अत्यंत शांत, नम्र तथा वफादार था। उसे क्रोध तो कभी आता ही नहीं था। एक बार कुछ लड़कों को शरारत सूझी। वे सब उस जुलाहे के पास यह सोचकर पहुंचे कि देखें इसे गुस्सा कैसे नहीं आता? उन में एक लड़का धनवान माता-पिता का पुत्र था। …
Read More »बुद्ध के प्रवचन: भगवान बुद्ध से जुड़ी कथाएँ
एक बार बुद्ध एक गांव में अपने किसान भक्त के यहां गए। शाम को किसान ने उनके प्रवचन का आयोजन किया। बुद्ध का प्रवचन सुनने के लिए गांव के सभी लोग उपस्थित थे, लेकिन वह भक्त ही कहीं दिखाई नहीं दे रहा था। गांव के लोगों में कानाफूसी होने लगी कि कैसा भक्त है कि प्रवचन का आयोजन करके स्वयं …
Read More »सिद्धार्थ कुमार: भगवान बुद्ध के बचपन का किस्सा
बुद्ध भगवान का बचपन का नाम सिद्धार्थ कुमार है। महाराज शुद्धोदन ने उनके लिए एक अलग बहुत बड़ा बगीचा लगवा दिया था। उसी बगीचे में वे एक दिन टहल रहे थे। इतने में आकाश से हंस पक्षी चीखता हुआ गिर पड़ा। राजकुमार सिद्धार्थ ने दौड़कर उस पक्षी को लिया। किसी ने हंस को बाण मारा था। वह बाण अब भी …
Read More »“अभी दिल्ली दूर है” की कहावत और हजरत निज़ामुद्दीन औलिया
मध्यकाल में दिल्ली ही नहीं बल्कि सारे भारत के जनजीवन पर सूफियों का बड़ा प्रभाव था। यद्यपि सुलतान इसलाम के पालक और संरक्षक थे, मुल्लों और कठमुल्लों के बहकावे मे आ कर हिंदू प्रजा पर मनमाने अत्याचार भी करते थे। लेकिन सुलतान के अधिकांश अमीरों, विशेषतः आम जनता का सूफीमत की ओर अधिक झुकाव था। सूफी धर्म भारत के अद्वैतवाद …
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