Tag Archives: Festivals Hindi Poems

साल आया है नया: हुल्लड़ मुरादाबादी की हास्य कविता

साल आया है नया - हुल्लड़ मुरादाबादी

Hullad Moradabadi (29 May 1942 – 12 July 2014) was an Indian poet, humorist and satirist of Hindi language. He had authored several Hindi books including Itni uchi mat chodo, kya karegi chandni, Ye ander ki bat hai, Triveni and Hullad ka Hullad. He was a poet of Hindi Kavi sammelan. Born in Gujranwala, now in Pakistan as Susheel Kumar …

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हमारा तुम्हारा वतन एक है: वर्षा दीक्षित

हमारा तुम्हारा वतन एक है: वर्षा दीक्षित

भारत के प्राचीन और हिन्दू ग्रंथों में सिंधु नामक देश के बारे में उल्लेख मिलता है। इस सिंधु देश के बारे में ग्रंथों में विस्तार से लिखा हुआ है। सिंधु घाटी की सभ्यता का केंद्र स्थान है पाकिस्तान। इसी सभ्यता के दो नगर चर्चित है – मोहनजोदड़ो और हड़प्पा। यह सभ्यता बलूचिस्तान के हिंगलाज मंदिर से भारत के राजस्थान और …

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मजबूर भारतीय प्रवासी पर हिंदी कविता: विवशता

Nostalgia Hindi Poem on Helplessness विवशता

जो लोग भारत छोड़कर विश्व के दूसरे देशों में जा बसे हैं उन्हे प्रवासी भारतीय कहते हैं । ये विश्व के अनेक देशों में फैले हुए हैं। 48 देशों में रह रहे प्रवासियों की जनसंख्या करीब 2 करोड़ है। इनमें से 11 देशों में 5 लाख से ज्यादा प्रवासी भारतीय वहां की औसत जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करते हैं और वहां …

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दिवाली के त्यौहार पर कविता: आई रे आई दिवाली

आई रे आई दिवाली - टीना जिंदल

आई रे आई दिवाली पटाखे तोहफे लायी दिवाली दिल को खुश करने आई दिवाली आई रे आई दिवाली आई रे आई दिवाली मज़े करते हुए बच्चे देखो मम्मी का ना पापा का डर है स्कूल का ना टीचर का डर है बल्ब फूल लगते पापा मंदिर सजाती देखो मम्मी बच्चे हैं खेलते कूदते पटाखों में एकदम मस्त हैं खाना देखो …

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गरीब की दिवाली: एक हृदय विदारक कविता

गरीब की दिवाली

पटाखों कि दुकान से दूर हाथों में, कुछ सिक्के गिनते मैंने उसे देखा। एक गरीब बच्चे कि आखों में, मैने दिवाली को मरते देखा। थी चाह उसे भी नए कपडे पहनने की, पर उन्ही पूराने कपडो को मैने उसे साफ करते देखा। हम करते है सदा अपने ग़मो कि नुमाईश, उसे चूप-चाप ग़मो को पीते देखा। जब मैने कहा, “बच्चे, …

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होगा तभी दशहरा: विजय दशमी पर हिंदी कविता

होगा तभी दशहरा (विजय दशमी) - प्रकाश मनु

दशहरा के त्यौहार पर हिंदी कविता – होगा तभी दशहरा किस्सा एक पुराना बच्चों, लंका में था रावण, राजा एक महा-अभिमानी, काँपता जिससे कण-कण। उस अभिमानी रावण ने था, सबको खूब सताया, रामचन्द्र जब आये वन में, सीता को हर लाया। झिलमिल झिलमिल सोने की, लंका पैरो पे झुकती, और काल की गति भी भाई, उसके आगे रूकती। सुन्दर थी लंका, लंका …

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गंगा मैया हो एक भाई दे दो: बहन की भगवान से प्रार्थना

गंगा मैया हो एक भाई दे दो - A little girl's prayer

Gender Discrimination: Gender based discrimination against female children is pervasive across the world. It is seen in all the strata of society and manifests in various forms. As per the literature, female child has been treated inferior to male child and this is deeply engraved in the mind of the female child. Some argue that due to this inferior treatment …

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Ram Navami Bhajans: Popular Lord Rama Devotional Bhajans

Ram Navami Bhajans: Hindu Culture & Traditions

Ram Navami Bhajans: Popular Lord Rama Devotional Bhajans – Ram Navami is celebrated with immense joy and fervor by all the Ram devotees throughout the world. Despite being one of the most ancient festivals in the world, Ram Navami does not involve extreme intricate rituals and traditions. Though, it is made a highly vibrant and gusto affair by the Ram …

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Ram Chalisa: श्री राम चालीसा Hindu Culture & Traditions

Ram Chalisa

Ram chalisa is a usual practice in Hindu houses, where Shri Rama is regarded as the main deity. Especially after the puja or after the recitation of Ramayana or Ramcharitmanasa, the chalisa is performed at the end, along with the Ram Aarti. It is believed that reading or even listening to Ram Chalisa daily liberates a person from the sins …

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Ram Aarti: आरती श्री रामचन्द्रजी Hindu Culture & Traditions

Ram Aarti: Hindu Culture & Traditions

Aarti refer to the song sung in praise of the deity. Aarti is performed and sung to develop the highest love for God. “Aa” means “towards or to”, and “rati” means “right or virtue” in Sanskrit language. In the other words, it is a song praising the virtues of the deity. Aarti is generally performed at the end of a …

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