नववर्ष तुम लेकर आना: पूनम मिश्रा – पूरी दुनिया नए साल को बड़े उत्साह और उत्साह के साथ मनाती है। यह दिन लोगों के लिए एक विशेष प्रासंगिकता है। विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित लोग अपने-अपने तरीके से नए साल का स्वागत करते हैं। सभी परंपराओं में कुछ चीजें आम हैं, जब नए साल के जश्न की बात आती है, जैसे …
Read More »अभिनन्दन नव वर्ष: सतीश चंद्र उपाध्याय
अभिनन्दन नव वर्ष: सतीश चंद्र उपाध्याय – नए साल का दिन सभी लोगों द्वारा बहुत खुशी के साथ मनाया जाता है। लोग नए साल का दिन इच्छाओं, शुभकामनाओं, आतिशबाजी और पार्टियों के साथ मनाते हैं। सब बीते साल के अच्छे पलों को अलविदा कहते है, बुरे क्षणों को भुला देते हैं और नए साल का स्वागत करते हैं। पूरे विश्व में …
Read More »मंगलमय हो नव वर्ष: बाबूलाल मधुकर
मंगलमय हो नव वर्ष: बाबूलाल मधुकर – पूरे विश्व भर में अलग-अलग समय पर नए साल मनाया जाता है। इसी तरह भारत में भी अलग-अलग समय पर नव वर्ष मनाया जाता है। लेकिन ज्यादातर लोग अंग्रेजी कलैंडर के अनुसार ही 1 जनवरी को नया साल मानते हैं। 31 दिसंबर की रात से ही लोग नए साल का जश्न मनाना शुरू …
Read More »नव वर्ष मुबारक: शबनम शर्मा
नव वर्ष मुबारक: शबनम शर्मा – यूं तो पूरे विश्व में नया साल अलग-अलग दिन मनाया जाता है, और भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में भी नए साल की शुरूआत अलग-अलग समय होती है। लेकिन अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी से नए साल की शुरूआत मानी जाती है। चूंकि 31 दिसंबर को एक वर्ष का अंत होने के बाद 1 …
Read More »नव वर्ष की अभिलाषा: प्रतिमा पाण्डेय
नव वर्ष की अभिलाषा: प्रतिमा पाण्डेय – ऐसे तो अलग अलग दिनों पर पूरी दुनिया में नया साल मनाया जाता है। हमारे देश में विभिन्न क्षेत्रों में अलग अलग वक़्त पर नए साल की शुरुआत होती है। लेकिन अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार 31 दिसंबर को साल का अंत होने के बाद 1 जनवरी को नए साल की शुरुआत होती है …
Read More »नया साल: पूर्णिमा वर्मन की नव वर्ष पर हिंदी बाल-कविता
नया साल: पूर्णिमा वर्मन की नव वर्ष पर हिंदी बाल-कविता – नए साल पर कई स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जिसमें छात्रों के लिए निबंध प्रतियोगिता आदि का आयोजित की जाती हैं। अगर आप नए साल पर निबंध लिखने के कुछ बेहतरीन आइडिया ढूंढ रहे हैं तो यहां हम इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। इन्हें आप …
Read More »होली का रंग: रंग, उत्साह और उमंग का त्यौहार
होली का रंग: भारत विभिन्न संस्कृतियों और धर्मों को एक साथ लेकर चलने वाला देश है। यहां हर मौसम में विविध त्यौहार आते हैं जो मिलने-मिलाने का बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं। हर कुछ महीने बाद देश त्यौहारों के रंग में डूबा नजर आता है। वसंत ऋतु अपने साथ देश का सबसे रंगीन त्यौहार “होली” लेकर आता है। होली भारत …
Read More »आया फागुन: होली पर्व पर हिंदी बाल-कविता
आया फागुन: पुराणों के अनुसार, विष्णु भक्त प्रह्लाद से क्रोधित होकर प्रह्लाद के पिता हिरण्यकश्यप ने, पुत्र प्रह्लाद को ब्रह्मा द्वारा वरदान में प्राप्त वस्त्र धारण किए बहन होलिका के गोद में आग से जला देने की मनसा से बैठा दिया। किन्तु प्रभु की महिमा से वह वस्त्र प्रह्लाद को ढ़क लेता है और होलिका जल कर भस्म हो जाती …
Read More »इस होली में: होली पर हिंदी बाल-कविता
पुराने समय में होली के अवसर पर जहां मंदिरों में कृष्ण और राम के भजन गूंजते थे, वहीं नगरों में लोगों द्वारा ढोलक मंजिरों के ताल पर लोकगीत गाए जाते थे। पर बदलते समय के साथ इस त्योहार का स्वरूप भी बदलता नज़र आ रहा है। होली पर सभी संस्थान, संस्था व कार्यस्थल में छुट्टी दी जाती है पर छुट्टी …
Read More »रंगों के त्यौहार पर बाल-कविता: आई होली
आई होली – प्रभा पारीक की बाल-कविता: होली वसंत का त्यौहार है और इसके आने पर सर्दियां खत्म होती हैं। कुछ हिस्सों में इस त्यौहार का संबंध वसंत की फसल पकने से भी है। किसान अच्छी फसल पैदा होने की खुशी में होली मनाते हैं। होली को ‘वसंत महोत्सव’ या ‘काम महोत्सव’ भी कहते हैं। हिरण्यकशिपु की बहन होलिका को …
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