आसान अल्फाज के जरिए सीधे दिल में उतरने वाले मशहूर शायर और गीतकार शकील बदायूंनी के बगैर रूमानी फिल्मों की कहानियां अधूरी हैं। मगर, मकबूल शायर होने के बावजूद उन्हें वह जगह नहीं मिली जिसके वह हकदार थे। ‘मुगल-ए-आजम’ और ‘मदर इंडिया‘ जैसी कालजयी फिल्मों और ‘मेरे महबूब’, ‘गंगा-जमुना’ और ‘घराना’ जैसी अपने दौर की सुपरहिट फिल्मों को अपने नग्मों …
Read More »अपनी आज़ादी को हम हरगीज मिटा सकते नहीं: शकील बदायूँनी
शकील बदायूँनी (जन्म: 03 अगस्त, 1916 – निधन: 20 अप्रैल, 1970) – शकील बदायूनी का जन्म स्थान उत्तर प्रदेश का शहर बदायूँ है। यह एक उर्दू के शायर और साहित्यकार थे। लेकिन इन्होंने बालीवुड में गीत रचनाकार के रूप में नाम कमाया। अपनी आज़ादी को हम हरगीज मिटा सकते नहीं: शकील बदायूँनी अपनी आज़ादी को हम हरगीज मिटा सकते नहीं …
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