देवी भ्रमराम्बा मंदिर श्रीशैलम: देवी के विभिन्न शक्ति पीठों में से एक, भ्रामरांबा मंदिर है, जहां आज भी भक्तों को भ्रमर यानी गुंजन के स्वर सुनाई पड़ते हैं। स्कंद पुराण की एक कथा के अनुसार अरुणासुर नामक असुर ने ब्रह्मा जी की घोर तपस्या कर उन्हें प्रसन्न किया। तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी ने अरुणासुर से वरदान मांगने को …
Read More »मन्नारशाला श्री नागराज मंदिर, केरल: 30 हजार सर्प प्रतिमाओं वाला मंदिर
30 हजार सर्प प्रतिमाओं वाला मंदिर मन्नारशाला मंदिर केरल में स्थित है। यह 30 हजार सर्प प्रतिमाओं वाला मंदिर है जो 6 एकड़ क्षेत्र में फैला है। मंदिर नागराज और उनकी अर्धागिनी नागयक्षी देवी को समर्पित है। यहां नागराज तथा नागयक्षी देवी की अनूठी प्रतिमा स्थापित है। मंदिर से जुड़ी किवदंतियों के अनुसार महाभारत काल में खंडावा नामक एक बन …
Read More »मनु मंदिर मनाली, हिमाचल प्रदेश: ऋषि मनु को समर्पित एकमात्र मंदिर
मनु मंदिर मनाली, हिमाचल प्रदेश: मनु मंदिर पुरानी मनाली क्षेत्र में स्थित एक प्रमुख मंदिर है जो हर साल दुनिया भर से लाखों पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है। यह मंदिर शहर के लोगों द्वारा बहुत पवित्र माना जाता है। मनु महर्षि मंदिर ऋषि मनु को समर्पित है, जो महान ऋषि हैं। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, मनु मानव …
Read More »दियरा घाट, सुलतानपुर जिला, उत्तर प्रदेश: जहाँ मनी थी पहली बार दीपावली
दियरा घाट: पहली बार जहाँ मनी थी दीपावली, भगवान श्री राम ने किया था दीपदान; शामिल हुए थे अयोध्या के लोग भी ‘आदि गंगा’ कही जाने वाली गोमती नदी के तट पर दियरा घाट स्थित है, जहाँ पर अयोध्या से पहले दीपावली मनाई गई थी। दियरा घाट पर भगवान राम ने दीपदान किया था, तभी से मन रही दीपावली। दिवाली …
Read More »आदि विनायक मंदिर, मानवमुखी गणेश, तिलतर्पणपुरी, तिरुवरुर, तमिलनाडु
आदि विनायक मंदिर: भारत के मंदिर ही यहां की पहचान हैं। देश के कोने-कोने में स्थित कई ऐसे मंदिर हैं जो चमत्कारिक हैं, अद्भुत हैं और अपनी अद्वितीय पहचान के लिए जाने जाते हैं। भगवान राम के बनाए चावल के पिंड कीड़ों में बदल जा रहे थे। शिवजी के कहने पर जब भगवान राम आदि विनायक मंदिर (मानवमुख स्वरूप वाले …
Read More »कन्याकुमारी मंदिर: जहां देवी पार्वती के कन्या रूप की होती है पूजा
कन्याकुमारी मंदिर: कन्याकुमारी दक्षिण भारत का प्रमुख तीर्थस्थल है। यहां समुद्र तट पर कुमारी देवी का मंदिर है, जहां देवी पार्वती के कन्या रूप को पूजा जाता है। मंदिर में प्रवेश के लिए पुरुषों को कमर से ऊपर के वस्त्र उतारने पड़ते हैं। प्रचलित कथा के अनुसार देवी का विवाह संपन्न न हो पाने के कारण बच गए दाल-चावल बाद …
Read More »श्री गणेश उच्ची पिल्लयार मंदिर, तिरुचिरापल्ली
श्री गणेश उच्ची पिल्लयार मंदिर: भारतवर्ष में जितने भी मंदिर है हर एक के बनने के पीछे कोई न कोई वजय ज़रूर है। एक ऐसा ही श्री गणेश का प्रसिद्ध मंदिर तमिलनाडु में स्थित है। यहां हजारों लोग दर्शन करने आते हैं। यहां का नज़ारा बहुत ही सुंदर और भव्य है। आइए जानते हैं इस मंदिर के बनने के पीछे …
Read More »वरदराज पेरुमल मंदिर, कांचीपुरम, तमिल नाडु
वरदराज पेरुमाल मंदिर (Varadaraja Perumal Temple) भारत के तमिल नाडु राज्य के कांचीपुरम तीर्थ नगर में स्थित भगवान विष्णु को समर्पित एक हिन्दू मंदिर है। यह दिव्य देशम में से एक है, जो विष्णु के वह 108 मंदिर हैं जहाँ 12 आलवार संतों ने तीर्थ करा था। यह कांचीपुरम के जिस भाग में है उसे विष्णु कांची कहा जाता है। …
Read More »विद्याशंकर मंदिर श्रृंगेरी, चिकमगलूर, कर्नाटक
विद्याशंकर मंदिर श्रृंगेरी: कर्नाटक के श्रृंगेरी नामक स्थान पर स्थितविद्याशंकर मौँदर प्रसिद्ध पर्यटनस्थलों में से एक है। यहां कई शिलालेख भी मौजूद हैं, जो भारतीय इतिहास के प्रसिद्ध ‘विजयनगर साम्राज्य‘ के योगदान को दर्शाते हैं। इस तीर्थ स्थल का निर्माण 1338 ई. में ‘विद्यारान्य‘ नामक एक ऋषि ने कराया था, जो विजयनगर साम्राज्य के संस्थापकों के संरक्षक थे और 14वीं …
Read More »कोणार्क सूर्य मंदिर, पुरी ज़िला, उड़ीसा, भारत
कोणार्क सूर्य मंदिर भारत के ओड़िशा के पुरी जिले में समुद्र तट पर पुरी शहर से लगभग 35 किलोमीटर (22 मील) उत्तर पूर्व में कोणार्क में एक 13 वीं शताब्दी C.E. (वर्ष 1250) सूर्य मंदिर है। मंदिर का श्रेय पूर्वी गंगवंश के राजा प्रथम नरसिंह देव को दिया जाता है। सन् 1984 में UNESCO ने इसे विश्व धरोहर स्थल के …
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