ब्रह्मा मंदिर पुष्कर: जयपुर से 150 किलोमीटर की दूरी पर पुष्कर तीर्थ स्थित है। पुष्कर तीर्थ की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि पूरे भारत में सृष्टि के रचयिता श्री ब्रह्मा का यह इकलौता मंदिर है। दूर तक फैले पवित्र ब्रह्म सरोवर के दर्शन करने से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि इस सरोवर में …
Read More »श्रीनाथ जी मंदिर नाथद्वारा, उदयपुर, राजस्थान
राजस्थान के श्रीनाथ मंदिर के बारे में तो सब जानते होंगे, इस मंदिर का मुकेश अंबानी से बहुत गहरा संबंध है। कहा जाता है कि मुकेश अंबानी किसी भी शुभ काम को करने से पहले यहां ज़रूर जाते हैं। केवल मुकेश अंबानी ही नहीं बल्कि उनके पूरे परिवार की इस मंदिर के प्रति गहरी आस्था जुड़ी हुई है। यहीं कारण …
Read More »सास-बहू मंदिर नागदा, उदयपुर, राजस्थान: सहस्रबाहु मंदिर
सास-बहू मंदिर नागदा: राजस्थान में उदयपुर (Udaipur, Rajasthan) के पास स्थित नागदा (Nagda) में एक बेहद प्राचीन मंदिर है, जिसे सास-बहू का मंदिर कहा जाता है। यह मंदिर वास्तुकला का उत्कृष्ट नमूना है। कहा जाता है कि इस्लामिक आक्रांता शम्सुद्दीन इल्तुत्मिश (Shamsuddin Iltutmish) ने नागदा शहर को बर्बाद कर इस मंदिर को ध्वस्त कर दिया था। इस मंदिर को उसने …
Read More »विश्वदीप ओम आश्रम, जाडन, पाली, राजस्थान: भगवान शिव की 1008 प्रतिमाएं
विश्वदीप ओम आश्रम: सृष्टि के रचियता कहे जाने वाले त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु, महेश को ओम का प्रतीक माना जाता है। राजस्थान के पाली जिले की मारवाड़ तहसील के जाड़न गांव में ओम की आकृति वाला शिव मंदिर बनकर तैयार है। इसका उद्घाटन 19 फरवरी, 2024 को होगा। World’s first Om Shaped Shiv Temple Jadan Ashram Pali Rajasthan Name: विश्वदीप ओम …
Read More »विभीषण मंदिर, कैथून, कोटा जिला, राजस्थान
Name: विभीषण मंदिर (Vibhishana Temple – Kota) Location: 4XCF+QXJ, Kethun (Kaithun), Kota District, Rajasthan 325001 India Deity: Vibhishana : Vibhishana (विभीषण) is the younger brother of Ravana, the King of Lanka, in the ancient Indian epic Ramayana. Though a rakshasa himself, Vibhishana turned his back on Ravana, and defected to Rama’s side, owing to his dharma. After Rama defeated Ravana, …
Read More »मां शाकंभरी मंदिर, सांभर, सीकर जिला, राजस्थान
इतना तो सभी जानते हैं कि देवी दुर्गा के कुल नौ रूप है। इसी कारण इन्हें नवदुर्गा भी कहा जाता है। लेकिन ये बात बहुत कम लोग जानते होंगे कि इनके नौ रूपों के मंदिर भी भारत देश में किसी न किसी कोने में स्थित है। कहते हैं जहां-जहां मां के ये रूप विराजित हैं, वहां-वहां मां के चमत्कारों की …
Read More »लोहार्गल सूर्य मंदिर, झुंझुनू जिला, राजस्थान
सूर्य पूजन से सुख, ज्ञान, स्वास्थ्य और उन्नति की प्राप्ति होती है। राजस्थान के शेखावटी क्षेत्र के झुंझुनूं जिले से 70 कि. मी. की दूरी पर अरावली पर्वत की घाटी के उदयपुरवाटी कस्बे से लगभग 10 कि.मी. दूर लोहागर्ल जगह स्थित है। यहां सूर्यदेव का मंदिर स्थित है। यह स्थान राजस्थान के पुष्कर के बाद सबसे बड़ा दूसरा तीर्थ है। …
Read More »कैला देवी मंदिर, करौली, राजस्थान
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ: कैला देवी मंदिर: श्री कृष्ण की जन्म कथा से कौन वाकिफ़ नहीं है, हिंदू धर्म से संबंध रखने वाले हर व्यक्ति को पता है श्री कृष्ण को जन्म देने वाली और उनका पालन पोषण करने वाली दो माएं थी। जिनमें से एक थी कंस की बहन देवकी जिन्होंने श्री हरि के अवतार कृष्ण …
Read More »पुष्कर सरोवर, अजमेर, राजस्थान
पुष्कर के पवित्र सरोवर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में नाग पहाड़ों की पर्वत श्रृंखला है। पर्वतों की यह श्रृंखला घाटों के बहुत ही करीब से प्रारम्भ हुई है, जबकि उत्तर दिशा में कोई पहाड़ नहीं है। ईशान कोण में थोड़ी दूरी पर छोटी पहाड़ी है और पूर्व दिशा में जो पहाड़ है, वह पहाड़ सरोवर से काफी दूरी पर स्थित है। …
Read More »मोती डूंगरी गणेश मंदिर, जयपुर, राजस्थान
जयपुर में हिंदू धर्म से संबंधित बहुत से देवी देवताओं के मंदिर हैं इसलिए इसे छोटी काशी भी कहा जाता है। जयपुर के प्रति लोगों की विशेष आस्था है। इसी आस्था के चलते जयपुर में बहुत सारे मंदिरों का निर्माण हुआ जिससे जयपुर को मंदिरों के शहर के रूप में जाना जाने लगा। जयपुर सिर्फ अपने किलों, महलों और विरासत …
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