Tag Archives: Hinduism folktales in Hindi

शिलाद पत्नी दुर्गावती: वीर राजपूत नारी की लोक कथा

शिलाद पत्नी दुर्गावती

शिलाद पत्नी दुर्गावती: ‘हम लोगों ने खुन की नदी बहा दी थी, महाराज!’ खिन्न सैनिक ने कहा। ‘पर महाराज को बहादुरशाह के क्रूर सैनिकों ने बंदी बना लिया।’ सैनिक ने सिर निचा कर लिया। शिलाद पत्नी दुर्गावती: वीर राजपूत नारी की लोक कथा ‘बहादुरशाह तो हुमायूँ का एक छोटा सरदार है’ राय ने दुर्ग की अधिपति शिलाद के छोटे भाई …

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महाराणा प्रताप की रानी: वीर राजपूत नारी की लोक कथा

महाराणा प्रताप की रानी - वीर राजपूत नारी की लोक कथा

महाराणा प्रताप की रानी: वीर राजपूत नारी की लोक कथा – वर्ष 1576 ई० में हल्दी घाटी का विकट युद्ध हुआ। यदि राणा चाहते तो अपने भाले की नोक से बाबर के घर का चिराग गुल कर देते, शहजादा सलीम के हाथी पर चेतक अपने अगले चरण रख चुका था। राजपूतों ने बड़ी वीरता दिखायी, मान का अभिमान विजयी हुआ। …

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बीकानेर की वीरांगना: वीर राजपूत नारी की लोक कथा

बीकानेर की वीरांगना: वीर राजपूत नारी की लोक कथा

बीकानेर की वीरांगना: अपने सतीत्व और पतिव्रता – धर्म की रक्षा करना ही भारतीय स्त्रियों के जीवन का एक अनुपम और पवित्र आदर्श रहा है। उनके सतीत्व के वज्राघात से बड़े-बड़े साम्राज्यों की नींव हिल उठी, राजमुकुट धूलि में लोटने लगे, मानव – वेषधारी दानवों की दानवता और व्यभिचारमूल्क अत्याचार का अन्त हो गया। किरण देवी या राजरानी किरण देवी …

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रूपनगढ़ की राजकुमारी: वीर राजपूत नारी की लोक कथा

रूपनगढ़ की राजकुमारी - वीर राजपूत नारी की लोक कथा

रूपनगढ़ की राजकुमारी: वीर राजपूत नारी की लोक कथा – ‘अपनी कन्या को शाही बेगम बनने के लिये तुरंत दिल्ली भेज दो!’ औरंगजेब के इस संदेश के साथ दिल्ली से एक सेना भी रूपनगढ़ के राजा विक्रम सोलंकी के पास पहुँची। अनेक राजपूत नरेशों ने अपनी कन्याएँ दिल्ली को भेज दी थीं। विरोध करने में केवल सर्वनाश ही था। कोई …

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छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रेरक प्रसंग

छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रेरक प्रसंग

छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रेरक प्रसंग: एक बार छत्रपति शिवाजी महाराज जंगल में शिकार करने जा रहे थे। अभी वे कुछ दूर ही आगे बढे थे कि एक पत्थर आकर उनके सर पे लगा। शिवाजी क्रोधित हो उठे और इधर-उधर देखने लगे, पर उन्हें कोई भी दिखाई नहीं दे रहा था, तभी पेड़ों के पीछे से एक बुढ़िया सामने आई …

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श्री गणेश जी: सर्वप्रथम उनकी पूजा – आखिर क्यों!

श्री गणेश जी: सर्वप्रथम उनकी पूजा - आखिर क्यों!

सर्वप्रथम श्री गणेश जी की पूजा: Our devotion gets redoubled when we find Ganapati available in the home or temple. We all have special and dedicated reverence towards Ganapati. The Hindu people across the world (specially India) do worship this omnipresent God first. Though the people of the world do worship this powerful elephant headed God first, very rare numbers of …

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गणेश जन्म: हिंदी पौराणिक कथा – जानिए कैसा हुआ गणेशजी का जन्म

गणेश जन्म: हिंदी पौराणिक कथा

गणेश जन्म: हिंदी पौराणिक कथा – Lord Ganesha is one of the most widely worshiped deities in the Hindu Patheon. Ganesha is widely revered as the Remover of Obstacles and more generally as Lord of Beginnings and Lord of Obstacles (Vighnesh (विघ्नेश, विघ्नेश्वर)), patron of arts and sciences, and the deva of intellect and wisdom. Ganesha has been represented with the …

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Birth of Lord Krishna: Incarnation of Lord Vishnu

Birth of Lord Krishna

Birth of Lord Krishna: Krishna was born in a tense historical period proceeding a devastating war. The warring factions built up so many weapons that the burden on the earth became unbearable. Finally the goddess of Earth took the form of a cow and prayed to Lord Brahma for relief. Lord Brahma called all the demigods to the shore of …

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Krishna & Syamantaka Gem: Lord Krishna Story

Krishna and Syamantaka Gem - Story of Lord krishna youth days

Krishna & Syamantaka Gem: Satrajit, a nobleman of Dwarka, was a devotee of Surya, the Sun God. Surya being pleased with Satrajit’s devotion appeared before him and gifted him the Syamantaka gem. The Syamantaka gem’s specialty was that it could magically produce eight measures of gold a day. Krishna & Syamantaka Gem: Satrajit became a really wealthy man. Krishna then …

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