Tag Archives: Hinduism Hindi Poems

डम डम डमरू डमरू नाथः शिव – महाशिवरात्रि भजन

डम डम डमरू डमरू नाथः शिव - महाशिवरात्रि भजन

डम डम डमरू डमरू नाथः शिव – महाशिवरात्रि भजन – महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जो भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन का प्रतीक है। इस पावन अवसर पर श्रद्धालु भोलेनाथ की आराधना करते हैं और उनसे सुख-समृद्धि, शांति और आशीर्वाद की कामना करते हैं। महाशिवरात्रि का महत्व सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि यह …

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जागो जागो शंकरा: महाशिवरात्रि भजन Sri Sathya Sai Bhajan

जागो जागो शंकरा: महाशिवरात्रि भजन Sri Sathya Sai Bhajan

जागो जागो शंकरा: महाशिवरात्रि भजन – This bhajan ‘Jago Jago Jago Shankara’ urges us to awaken ourselves to the reality that we are indeed nothing but Divine consciousness, reservoirs of auspiciousness, and eternal springs of goodness. जागो जागो शंकरा: महाशिवरात्रि भजन जागो जागो शंकरा जागो जागो साईश्वरा जागो जागो जागो शंकरा हलाहल धार हे परमेशा हे त्रिपुरारी जय पर्थिशा गंगा …

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महाशिवरात्रि भजन: अरुणाचल शिवा साईं शंकरा

महाशिवरात्रि भजन

महाशिवरात्रि भजन अरुणाचल शिवा साईं शंकरा नाचो हे नटराज भस्म भूषण नागाभरणा नाचो हे शिवा राज तांडव प्रिया करा, नटना नटेश्वर, नाचो हे नटराज नाचो हे नटराज दमा दमा दमा दमा डमरू बजावो झना झना झना झना पायलिया धिमिकी धिमिकी धीमी, धिमिकी धिमिकी धीमी, नाचो हे नटराज नाचो हे नटराज महाशिवरात्रि भजन और गानों पर भोलेनाथ की भक्ती में झूम जाएंगे …

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महाशिवरात्रि फिल्म भजन: सुबह सुबह ले शिव का नाम – कर ले बन्दे यह काम

सुबह सुबह ले शिव का नाम: महाशिवरात्रि भजन

महाशिवरात्रि फिल्म भजन: शिव महिमा फिल्म से सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे यह शुभ काम। सुबह सुबह ले शिव का नाम, शिव आयेंगे तेरे काम॥ ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय खुद को राख लपेटे फिरते, औरों को देते धन धाम। देवो के हित विष पी डाला, नील कंठ को कोटि प्रणाम॥ सुबह …

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मंगल दीप दिवाली: दिवाली पर हिंदी कविता

Motivational Hindi Poem about Diwali Festival मंगल दीप दिवाली

मंगल दीप दिवाली: दीपावली के शुभ दिन भारत में महालक्ष्मी की पूजा का विधान है। दीपावली के पूजन में दीपक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सिर्फ मिट्टी के दीपक का ही महत्व है। इसमें पांच तत्व हैं, मिट्टी, आकाश, जल, अग्नि और वायु। इस लिए प्रत्येक हिंदू अनुष्ठान में पंच तत्वों की उपस्थिति अनिवार्य होती है। मंगल दीप दिवाली वह …

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दिवाली आई, दिवाली आई: हिंदी बाल-कविता

Diwali Festival Hindi Rhyme दिवाली आई, दिवाली आई

दिवाली आई, दिवाली आई: हिंदी बाल-कविता दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। धूम धमक धूम-धूम, चकरी, बम, हवाई इनसे बचना भाई। दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। पटाखे बाजे धूम-धूम, धूम-धूम। आओ मिलकर नाचे गए हम और तुम…। घर घर दीप जलेंगे, आएगी मिठाई। दिवाली आई, दिवाली आई, खुशियो की बहार लायी। धूम धमक धूम-धूम, चकरी, …

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दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे: कविता

Diwali Festival Hindi Bal Kavita दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे

दीप जलाओ दीप जलाओ आज दिवाली रे: दिवाली भारतीयों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है और हमारे लिए लगभग कोई भी त्योहार आतिशबाजी के बिना पूरा नही माना जाता है। लोग पटाखों और आतिशबाजी को लेकर इतने उत्सुक होते हैं कि वह दिवाली के एक दिन पहले से ही पटाखे फोड़ना शुरु कर देते हैं और कई बार …

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दिवाली रोज़ मनाएं: दीपावली पर छोटी कविता

दिवाली रोज़ मनाएं - संदीप फाफरिया ‘सृजन’

दिवाली रोज़ मनाएं: भारत में यह त्योहार पांच दिनों तक मनाया जाता है। धनतेरस से भाई दूज तक यह त्योहार चलता है। धनतेरस के दिन व्यापार अपने बहीखाते नए बनाते हैं। अगले दिन नरक चौदस के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करना अच्‍छा माना जाता है। अमावस्या के दिन लक्ष्मीजी की पूजा की जाती है। खील-बताशे का प्रसाद चढ़ाया जाता …

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करवा चौथ का चाँद: Karva Chauth Poem

Karva Chauth Festival Hindi Poem करवा चौथ का चाँद

करवा चौथ का चाँद: Karva Chauth Poem – ‘करवा चौथ‘ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, ‘करवा’ यानी ‘मिट्टी का बरतन’ और ‘चौथ’ यानि ‘चतुर्थी’। इस त्योहार पर मिट्टी के बरतन यानी करवे का विशेष महत्व माना गया है। सभी विवाहित स्त्रियां साल भर इस त्योहार का इंतजार करती हैं और इसकी सभी विधियों को बड़े श्रद्धा-भाव से पूरा …

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गोस्वामी तुलसीदास जी के दोहे हिंदी अनुवाद के साथ

तुलसीदास जी के दोहे

गोस्वामी तुलसीदास जी के दोहे अर्थ सहित (Tulisdas Ke Dohe With Meaning in Hindi) गोस्वामी तुलसीदास (जन्म- 1532 ई. – मृत्यु- 1623 ई.) हिन्दी साहित्य के आकाश के परम नक्षत्र, भक्तिकाल की सगुण धारा की रामभक्ति शाखा के प्रतिनिधि कवि है। तुलसीदास एक साथ कवि, भक्त तथा समाज सुधारक तीनों रूपों में मान्य है। श्रीराम को समर्पित ग्रन्थ श्रीरामचरितमानस वाल्मीकि …

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