Lohri is a popular winter time Punjabi folk festival, celebrated primarily by Sikhs and Hindus from the Punjab region in the northern part of Indian subcontinent. The significance and legends about the Lohri festival are many and these link the festival to the Punjab region. Many people believe the festival commemorates the passing of the winter solstice. Lohri marks the …
Read More »मकई दा दाना, आना ले के जाना: लोहड़ी लोक गीत
मकई दा दाना, आना ले के जाना “Mukai da dana, Aana lei ke janahulle hulareasi ganga chalesas sora chalejeth jathani chaledyor darani chalepairi shaunkan chalihulle hulareasi ganga pohnchesas sora pohnchejeth jathani pohnchedyor darani pohnchepairi shaunkan pohnchihulle hulareasi ganga nahte shava or hullejeth jathani nahtedyor darani nahtepairi shaunkan nahtiihulle hulareshaunkan paili paurishaunkan duji paurishaunkan tiji paurimaiti dhakka dittashaukan vichhe rud gayihulle …
Read More »लो आ गयी लोहड़ी वे: जावेद अख्तर
लो आ गयी लोहड़ी वे,बना लौ जोड़ी वे,कलाई कोई यू थामो, ना जावे छोड़ी वे,ना जावे छोड़ी वेछूठ ना बोली वे,कुफर ना टोली वे,जो तुने खायी थी कसमे, इक इक तोड़ी वे,इक इक तोड़ी वेलो आ गयी लोहड़ी वे,बना लो जोड़ी वे…तेरे कुर्बान जावा, तेरी मर्ज़ी जान जावा,तोह हर बात मान जावा, तेरी सोनिये…ओय-ओय-ओय तेरे कुर्बान जावातेनु मै जान-दिया, खूब …
Read More »मैं रहूं या ना रहूं भारत ये रहना चाहिए: प्रसून जोशी
मैं रहूं या ना रहूं भारत ये रहना चाहिए: प्रसून जोशी (जन्म: 16 सितम्बर 1968) हिन्दी कवि, लेखक, पटकथा लेखक और भारतीय सिनेमा के गीतकार हैं। वे विज्ञापन जगत की गतिविधियों से भी जुड़े हैं और अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञापन कंपनी ‘मैकऐन इरिक्सन’ में कार्यकारी अध्यक्ष हैं। फ़िल्म ‘तारे ज़मीन पर’ के गाने ‘मां…‘ के लिए उन्हें ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’ भी मिल चुका …
Read More »ऐ मेरे वतन के लोगों: कवि प्रदीप का लोकप्रिय देशभक्ति गीत
यूं तो भारतीय सिनेमा जगत में वीरों को श्रद्धांजलि देने के लिये अब तक न जाने कितने गीतों की रचना हुयी है लेकिन ‘ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंखो मे भर लो पानी, जो शहीद हुये है उनकी जरा याद करो कुर्बानी।’ जैसे देश प्रेम की अछ्वुत भावना से ओत प्रोत रामचन्द्र द्विवेदी उर्फ कवि प्रदीप के इस गीत …
Read More »भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना: शैलेन्द्र
भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना: शैलेन्द्र – Chhoti Bahen is a 1959 Indian Hindi film that stars Nanda in the title role, Balraj Sahni and Rehman. The movie was a remake of the 1952 Tamil movie “En Thangai” which was later remade in Kannada in 1967 as “Onde Balliya Hoogalu” and in Telugu in 1967 as “Aada Paduchu”. …
Read More »कर चले हम फ़िदा जानो तन साथियो: कैफी आज़मी
देश प्रेम और देश के लिए कुछ कर गुज़रने का जज़्बा हर नागरिक में होता है। हिंदी सिनेमा ने भी इस मोहब्बत और जज़्बे को बख़ूबी अभिव्यक्त किया है। आज भी देशभक्ति के कई ऐसे गाने हैं जो लोकप्रिय हैं। बदलते वक़्त के साथ इनकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा ही हुआ है। कुछ ऐसे बेशक़ीमती गीत है जो हर नागरिक को …
Read More »आओ बच्चों तुम्हें दिखाये झाँकी हिंदुस्तान की: कवि प्रदीप
देश प्रेम और देश के लिए कुछ कर गुज़रने का जज़्बा हर नागरिक में होता है। हिंदी सिनेमा ने भी इस मोहब्बत और जज़्बे को बख़ूबी अभिव्यक्त किया है। आज भी देशभक्ति के कई ऐसे गाने हैं जो लोकप्रिय हैं। बदलते वक़्त के साथ इनकी लोकप्रियता में इज़ाफ़ा ही हुआ है। कुछ ऐसे बेशक़ीमती गीत हैं जो हर नागरिक को वतन के प्रति …
Read More »चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है: नरेन्द्र चंचल
Avtaar is a 1983 film starring Rajesh Khanna and Shabana Azmi. It was directed by Mohan Kumar, and the music was by Laxmikant Pyarelal. Rajesh Khanna did achieve success from Amardeep and Prem Bandhan onwards, but this was Rajesh Khanna’s biggest hit film in terms of box office collections after his bad phase from 1976 to 1978. Avtaar was a …
Read More »तू ना रोना, के तू है भगत सिंह की माँ: प्रेम धवन
भारत के वीर पुत्र भगत सिंह – जिसने अपना पूरा जीवन देश को समर्पित कर दिया। 27 सितम्बर 1907 को जिसका जन्म हुआ और मात्र 24 वर्ष की कोमल आयु में जिसे केवल इसलिए फांसी पे चढ़ा दिया गया क्युकि वो भारत माँ से बहुत प्रेम करता था, किसी को प्रेम की इतनी बड़ी सज़ा? वो माँ का क्या हाल …
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